


हर्मन बावेजा ने छत्तीसगढ़ फिल्म सिटी से जुड़ने की जताई गहरी रुचि, रायपुर में किया औपचारिक एलान
मुख्य आकर्षण:
🔸 नव रायपुर में 100 एकड़ में विकसित हो रही फिल्म सिटी का किया स्थलीय निरीक्षण
🔸 छत्तीसगढ़ की फिल्म नीति को बताया देश की सबसे संतुलित और संस्कृति-संवेदनशील
🔸 15 दिनों में दोबारा रायपुर आकर करेंगे अंतिम घोषणा, तीन फिल्में भी हैं रिलीज़ के लिए तैयार
🔸 प्रेस मीट में दिलराज सिन्हा और मीडिया कोऑर्डिनेटर सुरभि सिंह की सक्रिय भूमिका रही सराहना
रायपुर- बॉलीवुड अभिनेता और बावेजा स्टूडियोज लिमिटेड के प्रमुख हर्मन बावेजा ने गुरुवार को रायपुर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि वे छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी फिल्म सिटी परियोजना के साथ काम करने को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
उन्होंने नव रायपुर अटल नगर में प्रस्तावित 100 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही फिल्म सिटी का स्थलीय निरीक्षण किया और कहा कि यह देश की उभरती फिल्म इकॉनॉमी के लिए एक नया केंद्र बन सकता है।
“छत्तीसगढ़ की फिल्म नीति आर्थिक और सांस्कृतिक दोनों दृष्टियों से बेहद संतुलित है। यह सिर्फ फिल्मों के लिए नहीं, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक पहचान के संवर्धन का भी माध्यम बनेगी,” उन्होंने कहा।
बावेजा ने स्पष्ट किया कि “मेरे लिए यह जुड़ाव केवल निवेश का नहीं, बल्कि प्रशिक्षण, रोजगार और नई पीढ़ी के लिए सृजनात्मक अवसर विकसित करने का प्रयास होगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे 15 दिनों में दोबारा रायपुर आकर अंतिम निर्णय की घोषणा करेंगे।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी बताया कि उनकी तीन फिल्में इस वर्ष रिलीज़ के लिए तैयार हैं और भारत-पाकिस्तान के हालिया हालात पर पूछे गए सवाल पर दो टूक कहा: “मैं भारत सरकार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा हूं।”
परियोजना से जुड़े विस्तृत विवरण साझा करते हुए छत्तीसगढ़ फिल्म सिटी इनिशिएटिव के श्री दिलराज सिन्हा ने कहा, “हम पहले भी विभिन्न देशों और फिल्म टूरिज़्म बोर्ड्स के साथ काम कर चुके हैं। हमारा लक्ष्य रायपुर में एक आधुनिक फिल्म सिटी की नींव रखना है, जो अगले दो वर्षों में पूरी तरह से परिचालित हो जाएगी।”
प्रेस के सवालों का उत्तर देते हुए, ग्रीन टेक सॉल्यूशन्स मुंबई से जुड़े श्री सिन्हा ने आगे कहा, “रायपुर एक उभरता हुआ शहर है जिसमें भविष्य की विकास संभावनाएं अत्यंत प्रगतिशील हैं। हमारे लिए इस परिवर्तन का हिस्सा बनना एक सौभाग्य होगा।”
यह पहल केवल छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक और रचनात्मक क्षेत्रों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने तक सीमित नहीं, बल्कि यह रोजगार सृजन, पर्यटन विकास और राज्य में निवेश के नए अवसरों की दिशा में भी एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकती है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ फिल्म सिटी इनिशिएटिव के दिलराज सिन्हा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे, जबकि मीडिया कोऑर्डिनेटर सुरभि सिंह ने प्रेस वार्ता के आयोजन और समन्वय की सराहनीय भूमिका निभाई।