लोकसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ईवीएम फिक्स किये जाने की बात कही है। ममता बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान अधिकांश ईवीएम में पहले से ही अपने हिसाब से प्रोग्रामिंग की थी।
गुरूवार रात को ममता ने बीजेपी पर ईवीएम फिक्स करने का आरोप लगाते हुए सभी विपक्षी दलों से सच उजागर करने के लिए तथ्यान्वेषी टीम बनाने का अनुरोध किया। बनर्जी ने कहा, ‘हम कांग्रेस से इस बारे में बात कर चुके हैं। जरूरत पड़ी तो हम अदालत जाएंगे और इस चुनावी धांधली को चुनौती देंगे।’
उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि भाजपा के नेता चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही लगभग वास्तविक आंकड़ों का अनुमान कैसे लगा सकते हैं। वे कैसे कह रहे थे कि देश में उन्हें 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी और बंगाल में 23. अंतिम परिणाम उनके आकलन के करीब ही थे। बनर्जी ने एक बांग्ला समाचार चैनल को दिये साक्षात्कार में यह दावा किया। बनर्जी ने वाम दलों के समर्थकों से भी भाजपा में शामिल होने से बचने को कहा।
इसके अलावा ममता बनर्जी ने दावा किया कि राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने भाजपा के इशारे पर राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के मद्देनजर चार मुख्य दलों की बैठक बुलायी है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि त्रिपाठी ने उन्हें बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने मना कर दिया क्योंकि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है, राज्यपाल का नहीं।
बनर्जी ने से कहा, ‘वे (राज्यपाल) भाजपा के प्रवक्ता की तरह हैं। भाजपा ने उन्हें सर्वदलीय बैठक कराने के लिए कहा और उन्होंने ऐसा किया। उन्होंने (त्रिपाठी) मुझे भी बुलाया था लेकिन, मैंने कहा कि मैं नहीं जा सकती क्योंकि आप राज्यपाल हैं और मैं निर्वाचित सरकार हूं। कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है। यह आपका विषय नहीं है।’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि राज्यपाल एक कप चाय या शांति बैठक के लिए लोगों को बुला सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘यही कारण है कि मैं वहां पार्टी प्रतिनिधि भेज रही हूं. वह जाएंगे और चाय पीकर आ जाएंगे।’ तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, कांग्रेस और माकपा के प्रदेश प्रमुख राजभवन में बैठक में हिस्सा लेने वाले हैं।