Home छत्तीसगढ़ 100% संस्थागत प्रसव नहीं तो एएनएम पर होगी कार्रवाई

100% संस्थागत प्रसव नहीं तो एएनएम पर होगी कार्रवाई




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जिले सौ फीसदी संस्थागत प्रसव को जोर देने के लिए कलेक्टर ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए ब्लाकवार सभी एएनएम और अफसरों को गंभीरता से काम करने कहा है। कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि अगर सौ फीसदी संस्थागत प्रसव की स्थिति नहीं बनी तो संबंधित क्षेत्र के एएनएम को नोटिस जारी कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने जिले में आयुष्मान भारत योजनांतर्गत स्मार्ट कार्ड के उपयोग की समीक्षा करते हुए सभी चिकित्सालयों में स्मार्ट कार्ड का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने अस्पतालों में भर्ती होने वाले सभी मरीजों व उनके परिजन को स्मार्ट कार्ड के महत्व व उनके उपयोग के संबंध में अनिवार्य रूप से जानकारी देने की बात कही। मौर्य ने जिले में संस्थागत प्रसव की स्थिति की समीक्षा करते हुए गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव नहीं होने पर संबंधित क्षेत्र के एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनके विरूद्ध कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। बैठक में शासकीय मेडिकल कालेज के अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेग, सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष मेजरवार सहित बीएमओ और अन्य अधिकारी मौजूद थे। 

स्मार्ट कार्ड के उपयोग के लिए करें प्रचार-प्रसार 

कलेक्टर ने आयुष्मान भारत योजनांतर्गत स्मार्ट कार्ड का शत-प्रतिशत उपयोग हो सके इसके लिए लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचाने एवं इसकी समुचित प्रचार-प्रसार की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि मरिजों व उनके परिजन को जानकारी दी जाए कि स्मार्ट कार्ड के उपयोग नहीं करने पर एक साल के अवधि के पश्चात् कार्ड की राशि लैप्स हो जाएगी। मौर्य ने कार्ड का उपयोग सुनिश्चित कराने हेतु मरिजों को रिफर करते समय पर्ची के साथ स्मार्ट कार्ड रखने के लिए निर्देशित करने को कहा। 

दूरस्थ क्षेत्र की प्रसुताओं को समय पूर्व करें दाखिल 

बैठक में कलेक्टर मौर्य ने जिले में संस्थागत प्रसव की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में होम डिलीवरी नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव नहीं होने पर संबंधित एएनएम की जिम्मेदारी तय करते हुए उनके विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के दूरस्थ एवं पहुंचविहीन क्षेत्रों के गर्भवती माताओं को उनके प्रसूति तिथि के एक सप्ताह पूर्व ही स्वास्थ्य केन्द्रों में भर्ती कराने के निर्देश भी दिए। जिससे उनका संस्थागत प्रसव सुनिश्चित हो सके। 

कुपोषण दूर करने रहें गंभीर, समय पर हो जांच 

कलेक्टर ने गर्भवती माताओं की ईएनसी जांच की प्रगति की समीक्षा करते हुए गर्भवती माताओं की ईएमसी जांच एवं उनका शत-प्रतिशत पंजीयन सुनिश्चित कराने कहा। कलेक्टर ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिले की कोई भी गर्भवती महिला ईएनसी जांच से छूटना नहीं चाहिए। बैठक में उन्होंने कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए किए जा रहे उपायों के संबंध में भी जानकारी ली। कुपोषण दूर करने के लिए सभी उपाय सुनिश्चित करने को कहा। वहीं परिवार नियोजन के कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की।