छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार (Baloda Bazar) जिले में सुहेला इलाके से करीब 10 किलोमीटर दूर सिमगा थाना क्षेत्र के करेली गांव में 26 वर्षीय उर्मिला वर्मा अपने 5 साल के बेटे गगन के साथ आग में जिंदा जल गई (Burned alive). कमरे में लगी आग इतनी भयानक थी कि लपटें 12 फीट ऊंची उठ रही थीं. वहीं पुलिस ने हत्या के इरादे से घर में जानबूझकर (Intentionally) आग लगाने की आशंका जताई है. यही आरोप महिला के ससुर शिवचरण वर्मा ने अपने छोटे बेटे लक्ष्मण पर लगाया है, जो पारिवारिक विवाद ( Family dispute ) के बाद से अलग रह रहा है.
महिला के ससुर का आरोप
महिला के ससुर का आरोप है कि उनका छोटा बेटा लक्ष्मण अपनी विधवा भाभी को संपत्ति में हिस्सा (Share in property) नहीं देने का दबाव बना रहा था. इधर, फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच करने के बाद पुलिस प्रथम दृष्टया इसे हत्या मान रही है. फिलहाल, महिला और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है.
इधर, ससुर के बयान के बाद पुलिस महिला के देवर लक्ष्मण वर्मा को अपने साथ पूछताछ के लिए थाने ले गई है. घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक उर्मिला अपने बेटे गगन के साथ कमरे में सो रही थी, तभी रात करीब 2 बजे दोनों मां-बेटे की चिल्लाने की आवाज सुनाई दी. चिल्लाने की आवाज सुन जब सब देखने गए तो कमरे से आग की तेज लपटें निकल रही थी. महिला के ससुर ने बताया कि दोनों मां-बेटे कमरे में बंद जल रहे थे. इस बीच दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन अंदर से बंद होने के कारण दरवाजा खोला नहीं जा सका. ऐसे में दोनों की बुरी तरह जल जाने से मौत हो गई.
वहीं मामले में महिला के देवर लक्ष्मण वर्मा (शक के घेरे में) ने बताया कि वह घर से बाहर अपनी बोरवाड़ी में शौच के लिए गया था. वापस लौटते समय भाभी की आवाज सुनकर वह बड़े पिताजी को बुलाने चला गया था.
इधर, भाटापारा एसडीओपी केवी द्विवेदी और सिमगा टीआई सीआर चंद्रा ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लग रहा है. उन्होंने कहा कि शॉर्ट सर्किट होने से इतनी भयानक आग नहीं लग सकती, इसलिए जांच के बाद ही सही कारण का पता चल पाएगा.