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8 फुट लंबे कोबरे से पालतू कुत्ते ने घर के आंगन में जीती जंग, परिवार के बच्चों की प्राण रक्षा…




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चंद सप्ताह पहले ब्रूनो ने अपनी जान गंवा कर मालिक के प्राणों की रक्षा की थी। विक्रम कैंसल में एक कुत्ते की वफादारी की चर्चा जबरदस्त तरीके से रही थी। ब्रूनो मालिक को तेंदुए के पंजे से निकालने में सफल हुआ था। अब एक बार फिर कुत्ते की वफादारी की रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। बात बुधवार दोपहर की है। घर में परिवार के बच्चे मौजूद थे। अचानक ही घर के पालतू कुत्ते “शिरो” ने देखा कि आंगन में करीब 8-9 फुट लंबा जहरीला कोबरा दाखिल हो चुका है। रत्ती भर डरे बगैर “शिरो” कोबरा के साथ भिड़ गया।

घर में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी बच्चों परिधि, ईशा, भव्या व अंशानी ने बताया कि “शिरो” ने कोबरे को डसने का मामूली मौका भी नहीं दिया। कोबरा बेहद ही खौफनाक तरीके से अपने फन फैलाता रहा, लेकिन “शिरो” पूरी चालाकी से उस पर हमला करता रहा। “शिरो” ने बेहद ही चौकसी से कोबरे को बीचों बीच से पकड़ लिया और बुरी तरह से कोबरे को चोटिल कर दिया। हालांकि बाद में परिवार के बड़े सदस्य भी मौके पर पहुंच गए। किसी को यह विश्वास नहीं हो रहा था कि कोबरा मर चुका है। लिहाजा वहां पर एकत्रित लोगों ने यह भी सुनिश्चित किया कि वास्तव में कोबरा मर चुका है।

घटना के बाद घर के अलावा आसपास के घरों में भी दहशत पनप गई। सनद रहे कि नगरपालिका कॉलोनी के साथ जंगली इलाका भी है। इससे पहले भी शहर के कई रिहायशी इलाकों में तेंदुआ भी नजर आ चुका है। दीगर है कि अगर कोबरा डसने की कोशिश में सफल हो जाता तो “शिरो” की मौत महज 3 से 4 मिनट में हो जाती। टीजीटी के पद पर तैनात राजेंद्र सिंह ने घर पहुंचते ही शिरो को अस्पताल ले जाने का फैसला किया। इंजेक्शन लगने के बाद “शिरो” की पूरी जांच की गई। चिकित्सकों की राय में ऐसी घटनाओं के बाद पालतू कुत्ते सदमे में आ सकते हैं। लिहाजा इंजेक्शन का उपचार दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का यह भी कहना है कि कोबरा बेहद ही खौफनाक तरीके से गुस्से में फन फैला रहा था। कई मर्तबा फन पेड़ में लगता तो दूसरी तरफ दीवार पर भी फन मारता। लेब्रा प्रजाति का “शिरो” चौकसी से जंग न लड़ता तो कोबरा के डसने से उसकी भी मौत हो सकती थी। टीजीटी राजेंद्र सिंह का यह भी कहना था कि कुत्ते की वफादारी की वजह से बड़ा हादसा टला है। उनका कहना था कि अगर वह घर में साबित हो जाता तो किसी को भी नुकसान पहुंचा सकता था। साथ ही अफरा-तफरी की स्थिति में कोई भी अनहोनी हो सकती थी।

कुल मिलाकर पूरा परिवार “शिरो” की वफादारी पर बार-बार सेल्यूट ठोक रहा है। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि इंसान का सबसे वफादार जानवर कुत्ता ही है, जो अपने मालिक को मौत के मुंह से भी निकालने में अपनी जान की परवाह नहीं करता है। परिवार के मुताबिक चंद माह पहले भी षिरो एक सांप से भिड़ गया था।