बांग्लादेश के चटगांव में एक शिपिंग कंटेनर डिपो में बड़ा हादसा हुआ है. रविवार देर रात यहां पर भीषण आग लग गई. इस हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में 5 दमकल कर्मी भी हैं. 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. सरकारी चतग्राम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अब तक 35 शवों को अस्पताल के मुर्दाघर में लाया जा चुका है.
ये हादसा चटगांव के सीताकुंड उपजिले के कदमरासुल इलाके के बीएम कंटेनर डिपो में हुआ. चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल पुलिस चौकी के पुलिस अधिकारी नूरुल आलम के मुताबिक, कंटेनर डिपो में आग शनिवार रात करीब 9 बजे लगी थी. फायर सर्विस यूनिट के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे हुए थे, उसी दौरान रात करीब 11:45 बजे एक तेज धमाका हुआ और आग फैल गई. कंटेनर में केमिकल होने के कारण आग एक कंटेनर से दूसरे कंटेनर तक फैलती चली गई. ये धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई. आसपास स्थित घर हिल गए. कई घरों की खिड़कियों के शीशे भी टूट गए.
चटगांव के स्वास्थ्य और सेवा विभाग के प्रमुख इस्ताकुल इस्लाम ने बताया कि शनिवार की रात सीताकुंडा उपजिला के कदमरासुल इलाके में स्थित बीएम कंटेनर डिपो में आग लग गई. आग लगने और उसके बाद हुए विस्फोटों में बहुत से लोगों की मौत हो गई. पुलिस और दमकल कर्मियों सहित सैकड़ों लोग झुलस गए. चटगांव रीजन के चीफ डॉक्टर ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 35 हो चुकी है. 300 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. घायलों का इलाज जारी है.
बीएम कंटेनर डिपो के निदेशक मुजीबुर रहमान ने कहा कि यह अभी साफ नहीं है कि आग किस वजह से लगी, लेकिन लगता है कि आग कंटेनर से शुरू हुई. चटगांव फायर ब्रिगेड और नागरिक सुरक्षा के सहायक निदेशक मोहम्मद फारुक हुसैन सिकंदर ने बताया कि आग बुझाने के लिए 19 से ज्यादा दमकलों को लगाया गया.