विद्यार्थियों को चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करें शिक्षक: राज्यपाल सुश्री उइके
शिक्षा में नवाचार के लिए छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में उभरा: मुख्यमंत्री श्री बघेल
राजभवन में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि मानव संसाधन का विकास हमारी सबसे पहली जरूरत है और यह विकास, शिक्षा से ही संभव है। मानव संसाधन के विकास से अन्य संसाधनों का विकास आसानी से किया जा सकता है। इसके अभाव में बहुमूल्य संसाधन अनुपयोगी होकर नष्ट हो जायेंगे।
उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान कई ऐसी घटनाएं हुईं जिसके कारण अनेकों विद्यार्थियों को स्कूल तक छोड़ना पड़ा और भी कई विपरीत परिस्थितियां निर्मित हुई। बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ मानसिक और भावनात्मक क्षति भी हुई, जिसे दूर करने के लिए हमें और प्रभावी कदम उठाने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में गुरूओं को पूजने की यशस्वी परंपरा रही है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह परम्परा और अधिक सशक्त होती जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सम्मानित सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने समाज के प्रति अपना दायित्व निभाते हुए कोविड के चुनौती भरे समय में भी विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित नहीं होने दिया। अनेकों नवाचारों के माध्यम से शिक्षा अनवरत जारी रही और प्रधानमंत्री जी ने भी जशपुर के शिक्षक का मन की बात कार्यक्रम में उल्लेख किया और उनकी प्रशंसा भी की। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के शिक्षा में नवाचार को नीति आयोग ने भी सराहा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता तथा उसके विस्तार के लिए शासन ने हर वो पहल की है, जिसकी जरूरत महसूस की जा रही थी। सुकमा से लेकर बलरामपुर तक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम के और स्कूलों को खोलने की मांग की जा रही है। हमने 279 अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले हैं तथा और स्कूल खोले जाएंगे। शिक्षा उन्नयन के प्रयासों में स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए 500 करोड़ की राशि स्वीकृत की है तथा बच्चों के लिए बालवाड़ी भी खोले जा रहे हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ी सहित प्रदेश की विभिन्न स्थानीय बोलियों में एक दिन कार्य का संचालन भी किया जायेगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, राज्यपाल के सचिव श्री अमृत कुमार खलखो, सचिव स्कूल शिक्षा श्री एस. भारतीदासन, राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री राजेश श्रीवास्तव, संचालक स्कूल शिक्षा श्री सुनील कुमार जैन, राज्यपाल के उप सचिव श्री दीपक कुमार अग्रवाल सहित राजभवन व शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित शिक्षकगण उपस्थित थे।