बिलासपुर – चुनावी नतीजे सामने आने के बाद कोटा भाजपा प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव अपनी हार को लेकर कहाँ मेरी जीत माफिया ने चुराई है सत्ता का दुरुपयोग कर सरकारी तंत्रों एवं माफियाओं के सक्रिय सहयोग एवं धनबल से कोटा विधानसभा की जीत को लूट लिया गया। मैं हतप्रद था मात्र 5 साल सत्ता में रहकर इतना धन का संचय और दुरुपयोग मैने कभी नहीं देखा था।
ये साफ दिखाई दे रहा है कि विकास के नाम पर केवल जेब भरने का काम किया गया है जूदेव ने आगे कहाँ माफियाओं द्वारा हमारे कार्यकर्ताओं को मारपीट कर एवं चाकू मारकर एक दहशत भरा माहौल बनाने की भरपूर कोशिश हुई है । अचरज की बात तो यह है कि प्रशासन भी कार्यवाही करने की बजाय खामोश हों कर सहयोग करता रहा ।सरकारी साधनों का जमकर दुरुपयोग हुआ सरकारी गाड़ियों और एंबुलेंस में साड़ियां और बर्तन ढोए जा रहे थे ।माफिया के साथ सरकारी विभागों के अधिकारी डर से उनके आदेशों का नतमस्तक हों कर पालन करते रहे घर घर जाकर पैसे और संसाधन वितरण करते किया गया है । धर्मांतरण के प्रणेता मिशनरी, जेहादि गैंग कांग्रेस के साथ मेरे विरुद्ध षड्यंत्र रचा क्युकी मैं मेरे पिताजी कुमार स्व दिलीप सिंह जूदेव द्वारा चलाए गए घर वापसी अभियान मे अनवरत मै लगा हुआ हूँ।
प्रशासन उसको संरक्षण देती रही और हमारी जीत चुरा ली गई। इस कुशासन के घोर दमन के बावजूद जनता ने भारतीय जनता पार्टी के सम्मान में खुलकर मतदान किया और पिछले सारे चुनाव की अपेक्षा मुझे लगभग डेढ गुना 66 हजार वोट दिया इसके लिए मैं कोटा विधानसभा क्षेत्र के सभी देव तुल्य आदरणीय मतदाताओं के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस चुराई हुई जीत से हमारे संबंधों और कार्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा सरकार हमारी है हम सब मिलकर अपने विधानसभा को विकास के पथ पर ले चलेंगे और हमारे प्रधानमंत्री के विकास के संकल्प को पूरा करेंगे। जीतकर भी जो हार मिली है उसे स्वीकार करता हूं और विश्वास दिलाता हूं आगामी दिनों में तमाम साजिश कर्ताओं का पर्दाफाश होगा और अर्थतंत्र को जनतंत्र से बड़ा बताने वालों को बताना होगा कि यह कलाधन उन्होंने कहां से अर्जित की।माफिया राज का अंत अवश्यंभावी होगा यह मेरा संकल्प है। कोटा विधानसभा में विकास की गंगा बहेगी इसमें कोई
संदेह नहीं होना चाहिए। संगठन मजबूत किया जाएगा और वास्तविक कार्यकर्ताओं को मजबूती प्रदान की जायेगी।
पूर्व विधायक श्रीमती रेणु जोगी को मात्र आठ हजार मत का प्राप्त होना किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं यह साजिश उनके द्वारा हुई या उनके साथ की गई यह प्रश्नवाचक है। इसका जवाब वक्त देगा इसी उम्मीद के साथ हमें आगे बढ़ना चाहिए ।