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जिस गुफा में थे PM मोदी, वहां थी WiFi, टेलीफोन और टॉयलेट की सुविधा




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पीएम नरेंद्र मोदी केदारनाथ में हैं. शनिवार को मंदिर में पूजा करने के बाद वो एक गुफा में ध्यान करने गए. गुफा से पीएम मोदी की कुछ तस्वीरें भी जारी की गईं. सवाल ये है कि करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित इस गुफा से रियल टाइम तस्वीरें कैसे आ रही थीं. तो बता दें कि इस गुफा में वाई-फाई और फोन की भी सुविधा है.

एक रिपोर्ट की मानें तो इस गुफा में ‘वाईफाई और टेलीफोन‘ भी था. साथ ही इस गुफा में टॉयलेट की सुविधा भी उपलब्ध थी.

वहीं आज तक की खबर के मुताबिक, जिस गुफा में पीएम ने ध्यान लगाया, वो गढ़वाल मंडल विकास निगम के अंतर्गत आती है. इस गुफा का नाम, रुद्र गुफा है. केदारनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालु इस गुफा में कुछ किराया देकर रह सकते हैं.

इस गुफा में 3 दिन रहने का किराया 3,000 रुपये है. वहीं एक दिन के लिए 999 रुपये देने होंगे. वाईफाई, बिजली, टॉयलेट और फोन के अलावा इस गुफा में एक बिस्तर भी है. इतना ही नहीं, इस गुफा के अंदर चाय-नाश्ता ऑर्डर करने की सुविधा भी मिलती है.

केदारनाथ मंदिर में पीएम मोदी ने की पूजा

लोकसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद पीएम मोदी शनिवार, 18 मई को उत्तराखंड में केदारनाथ-बद्रीनाथ की यात्रा पर निकले. पीएम शनिवार सुबह जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां से वो सीधा केदारनाथ के लिए निकले. हेलीपैड से केदारनाथ मंदिर तक का रास्ता पीएम ने पैदल ही तय किया.

पहाड़ी कपड़े पहनकर पीएम ने केदारनाथ मंदिर में पूजा की. इसके बाद पीएम ने केदारनाथ में हुए विकास कार्यों का जायजा लिया. उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने पीएम को केदारनाथ मंदिर में हुए कामों के बारे में जानकारी दी.

इसके बाद पीएम ने भगवा चोला ओढ़ गुफा में ध्यान लगाया. रविवार को गुफा से निकलने के बाद पीएम ने केदारनाथ मंदिर में पूजा की, जहां से वो बद्रीनाथ मंदिर के लिए निकले.

दो साल में केदारनाथ का चौथा दौरा

प्रधानमंत्री का पिछले दो साल में केदारनाथ का यह चौथा दौरा है. साल 2017 में वे मई में यहां आए थे, जब छह महीने के शीतकालीन अवकाश के बाद मंदिर के द्वार खुले थे. इसके बाद अक्टूबर में फिर आए थे, जब मंदिर के द्वार बंद होने वाले थे, पीएम केदारनाथ का पिछला दौरा नवंबर में दिवाली पर किया था.