जब लोग फादर्स डे मना रहे थे, अपने पिता को बधाई दे रहे थे उस वक्त मध्य प्रदेश के इंदौर में एक बेटी अपने पिता की चिता को आग दे रही थी। 12 साल खुशी को भी इस दिन का बेसब्री से इंतजार था, लेकिन अफसोस उसके लिए यह दिन खुशियां नहीं बल्कि आंसुओं का सैलाब लेकर आया। यह मंजर जिसने भी देखा वह दहल गया।
एक्सीडेंट में फ्रैक्चर हो गया था पैर
दरसअल, गारमेंट व्यवसायी जय वाटवानी (38) का 15 दिन पहले एक दुर्घटना में पैर फ्रैक्चर हो गया था। बीते शनिवार की रात में जय के पैर में अचानक तेज दर्द उठा। वह पास के ही एक अस्पताल में गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें इंजेक्शन लगाया, लेकिन दर्द कम नहीं हुआ। हालत बिगड़ती देख परिजन जय को एक अन्य निजी अस्पताल लेकर गए, लेकिन इसी दौरान दिल का दौरा पड़ने पर उनकी मौत हो गई। परिजन ने अंगदान की सहमति भी दे दी, लेकिन कुछ कारणों से उनके सिर्फ नेत्र दान हो सके।
मुखाग्नि देकर बोली बेटी- हैप्पी फादर्स डे
रविवार दोपहर यानी फादर्स डे पर जय का अंतिम संस्कार किया गया। जय की बड़ी बेटी खुशी को फादर्स डे के दिन ही अपने पिता को मुखाग्नि देनी पड़ी। इस दौरान उसने कहा, ‘हैप्पी फादर्स डे’ पापा। यह मंजर देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।