Home समाचार सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष कैसे चुनी गईं

सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष कैसे चुनी गईं




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कांग्रेस अध्यक्ष को चुनने के लिए शनिवार को आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुन लिया गया है.

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद और हरीश रावत ने बैठक ख़त्म होने के बाद बताया कि सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष चुन लिया गया है और अध्यक्ष पद से दिया गया राहुल गांधी का त्यागपत्र भी स्वीकार कर लिया गया है.

बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल और पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कांग्रेस कार्यसमिति की दूसरी बैठक में सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पारित किए गए.

1- राहुल गांधी उम्मीद की नई किरण के रूप में सामने आए और पार्टी का नेतृत्व किया. इसके लिए पार्टी ने उनका धन्यवाद किया. लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने इसकी ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा दिया था. उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया गया है. हालांकि उनसे गुज़ारिश की गई है कि वो पार्टी को आगे भी रास्ता दिखाते रहें.

2- कार्यसमिति ने कांग्रेस के सभी प्रदेश नेताओं के विचार जाने और प्रस्ताव पारित किया कि सभी की इच्छा है कि राहुल अपने पद पर बने रहें. राहुल गांधी को इस्तीफ़ा वापिस लेने के लिए अपील की गई जिसे उन्होंने ठुकरा दिया और कहा कि ज़िम्मेदारी की कड़ी की शुरुआत उनसे होनी चाहिए. सोनिया गांधी से अपील की गई कि वो पार्टी का कार्यभार संभालें. और उन्हें तब तक के लिए पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुना गया है जब तक एक पूर्णकालिक अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो जाता.

3- जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर कार्यसमिति में चर्चा हुई और प्रसताव पारित किया गया कि सरकार से गुज़रिश की जाएगी कि विपक्षी पार्टियों के एक दल को हालात का जायज़ा लेने के लिए जम्मू कश्मीर भेजा जाए.

बैठक के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया को बताया कि बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा हुई.

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को चुनने के लिए चल रही बैठक के बीच में जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में हिंसा होने और कुछ लोगों की मौत की ख़बरें आईं जिसक बाद उन्हें वहां बुलाया गया.

उन्होंने कहा कि “जम्मू कश्मीर में हालात काफी ख़राब हो गए हैं जिसके बाद बैठक में जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा हुई. ज़रूरी है कि सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ प्रधानमंत्री और सरकार देश को बताएं कि जम्मू कश्मीर में क्या हालात हैं.”