छत्तीसगढ़ में युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ने और उनकी प्रतिभाओं में निखार लाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर 15 अक्टूबर से 14 जनवरी तक वृह्द स्तर पर विकासखण्ड से लेकर राज्य स्तर तक युवा उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इनमें विकासखण्ड स्तर पर 15 अक्टूबर से 15 नवम्बर, जिला स्तर पर 15 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक और राज्य स्त्र पर राजधानी रायपुर में 12 से 14 जनवरी 2020 तक युवा उत्सव का आयोजन किया जाएगा।
राज्य शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा इसके सफल आयोजन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। राज्य युवा उत्सव में गायन, वादन और नृत्य के 25 विभिन्न विधाओं को शामिल किया गया है। उत्सव में हर वर्ष की भांति 18 विधाओं के अलावा इस वर्ष पहली बार राज्य शासन के निर्देशानुसार गेंड़ी नाचा, राउत नाचा, ड़ंडा नाचा, रॉक बैंड, पारम्परिक वेशभूषा प्रतियोगिता, फूड फेस्टीवल प्रतियोगिता और चित्रकला प्रतियोगिता को शामिल किया गया है। इनमें फूड फेस्टीवल प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ के व्यंजनों पर आधारित और चित्रकला प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति पर आधारित होगी।
राज्य युवा उत्सव में हर वर्ष की भांति शामिल अन्य 18 सांस्कृतिक गतिविधियों में लोकनृत्य, लोकगीत, एकांकी नाटक (हिन्दी, अंग्रेजी, छत्तीसगढ़ी), शास्त्रीय गायन, हिन्दुस्तानी शैली तथा शास्त्रीय गायन कर्नाटक शैली हैं। इसी तरह सितार वादन, बांसुरी वादन, तबला वादन, वीणा वादन, मृदंगम वादन, हारमोनियम वादन और गिटार वादन को शामिल किया गया है। गिटार वादन भारतीय अथवा पाश्चात्य संगीत पर आधारित होगा। इनमें मणीपुरी नृत्य, उड़ीसी नृत्य, भरतनाट्य, कत्थक, कुचीपुडी नृत्य और वक्तृत्व कला (तात्कालिक भाषण) को शामिल किया गया है। प्रत्येक विधा के लिए दो आयु वर्ग 15 से 40 वर्ष और 40 वर्ष से ऊपर रखा गया है। प्रत्येक विधा में निर्धारित संख्या के आधार पर प्रतिभागी भाग ले सकेंगे। विकासखण्ड युवा उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकार ही जिला युवा उत्सव में भाग ले सकेंगे। जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकारों को ही राज्य स्तर पर आयोजित युवा उत्सव में भाग लेने की पात्रता होगी।
राज्य युवा उत्सव के सांस्कृतिक गतिविधियों में भारतीय संस्कृति और छत्तीसगढ़ संस्कृति के आधारभूत मूल्यों का प्रदर्शन आवश्यक है। इनमें 18 विधाओं के अतिरिक्त इस वर्ष शामिल गेड़ी नाचा, राउत नाचा, डंडा नाचा, रॉक बैंड, पारम्परिक वेशभूषा, फूड फेस्टीवल और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन सीधा राज्य स्तर पर होगा। पारम्परिक वेशभूषा विधा के अंतर्गत छत्तीसगढ़ की संस्कृति को उजागर करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ की वेशभूषा का प्रदर्शन किया जाएगा। इस विधा में जिले से कोई प्रतिभागी भाग लेने के इच्छुक हो तो, प्रत्येक जिले से अधिकतम एक प्रतिभागी सीधे राज्य स्तर पर भाग ले सकेंगे।
इसी तरह फूड फेस्टीवल प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ के व्यंजनों के आधार पर राज्य स्तर पर आयोजित होगी। इस विधा में प्रतिभागी छत्तीसगढ़ के व्यंजनों को बनाकर प्रदर्शन करेंगे। इसमें जिले से इच्छुक प्रतिभागी सीधे राज्य स्तर पर भाग ले सकेंगे। चित्रकला प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति, एैतिहासिक धरोंहर, पारम्परिक तथा आदिवासी शैली पर आधारित होगी। जिले से इच्छुक प्रतिभागी सीधे राज्य स्तर पर भाग ले सकेंगे। इसके अलावा रॉक बैंड का आयोजन सीधे राज्य स्तर पर किया जाएगा।