तासीर में ठंडा कतीरा पेड़ से निकला गोंद, छाल व टहनियों से निकलने वाला तरल गोंद कहलाता है. यह चिपचिपा व पानी में घुलने वाला प्राकृतिक गोंद है. गोंद से खून गाढ़ा, खांसी, कफ, खुश्की में लाभकारी है.
पोषक तत्व : फोलिक एसिड और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसके इस्तेमाल से कब्ज, स्कीन संबंधी समस्या में अच्छा है. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
इस्तेमाल : रात को पानी में भिगोकर शर्बत, दूध में मिलाकर लिया जा सकता है. 10 से 20 ग्राम गोंद कतीरा को दरदरा कर मिटटी के सिकोरे में तीन चौथाई पानी रखें व प्रातः काल मिश्री के साथ लेने से रक्त प्रवाह ठीक रहता है. प्रसव के बाद प्रसूता को लड्डू खिलाना फायदेमंद है.
फायदे : थकान, कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी व माइग्रेन जैसी समस्याओ में गोंद कतीरा ले सकते है.
ध्यान रखें : कतीरा गोंद को लेते समय बेसन, तली भुनी चीजों से परहेज करें. साथ ही बच्चे को बड़ाें को 3 चम्मच से अधिक नहीं लेना चाहिए.