राज्य की सत्ता पर काबिज होने के बाद से जिला मुख्यालय में कांग्रेस के दिग्गज पदाधिकारियों के बीच जिस तरह गलाकाट राजनीतिक प्रतिस्पर्धा चल रही है इसकी गूंज अब दिल्ली पहुंच गई है। प्रदेश कांगे्रस के प्रभारी पीएल पुनिया की नाराजगी बढ़ने लगी है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष से पूछा है कि क्या पीसीसी के सचिव महेश दुबे ने सीएम और विधायकों के खिलाफ वाकई अपशब्द कहे । बिलासपुर विधायक के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार क्यों किया जा रहा है। जिस कार्यक्रम में शहर विधायक मौजूद थे उसके आयोजक की गिरफ्तारी के पीछे का कारण क्या है। दशहरा उत्सव के दौरान अतिथि बयाने जाने को लेकर क्यों अनावश्यक रूप से तूल दिया गया। प्रदेश प्रभारी के कड़े रूख को देखते हुए पीसीसी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है।
छठ पूजा के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 30 मिनट के लिए छठ घाट आए थे। जाते-जाते सीएम ने दोनों विधायकों को पूजा में पूरे समय रहने की हिदायत भी दी थी। सीएम के निर्देश के बाद शहर विधायक शैलेष पांडेय छठ घाट पर रुककर आरती में शामिल हुए थे। इसी बीच पीसीसी के सचिव महेश दुबे की तल्खी भी सामने आई । छठ पूजा को कम समय देने से नाराज महेश ने सीएम और दोनों विधायकों के लिए अपशब्द कह दिया। यह खबर पीसीसी के साथ ही पीसीसी के प्रभारी पुनिया तक जा पहुंची है। पीसीसी प्रभारी ने सीएम व विधायकों को अपशब्द कहे जाने के मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने पीसीसी के अध्यक्ष मोहन मरकाम को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या वाकई इस तरह की घटना सार्वजनिकतौर पर घटी है। अगर ऐसा हुआ है तो यह गंभीर बात है। इस पूरे मामले की जांच कराने और रिपोर्ट पेश करने कहा है। पुनिया की नाराजगी यही थम नहीं जाती । वे इस बात को लेकर भी बेहद खफा हैं कि सत्ताधारी दल के शहर विधायक शैलेष पांडेय के साथ कांग्रेस के ही कुछ लोगों द्वारा क्यों दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। दशहरा उत्सव के दौरान पुलिस मैदान के उत्सव के लिए मुख्य अतिथि बनाने जिस तरह राजनीति की गई और सत्ताधारी दल होने के बाद निगम कमिश्नर ने अतिथि को लेकर जैसा रवैया अपनाया यह बात भी पुनिया से छिपी हुई नहीं है। जिला मुख्यालय की गुटीय राजनीति तब और कड़वाहट में बदल गई जब बीते दिनों सीएमडी कॉलेज के नवप्रवेशी छात्र छात्राओं के लिए फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया गया था। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर शहर विधायक पांडेय मौजूद थे। शहर विधायक की मौजूदगी के बाद भी कार्यक्रम के प्रमुख आयोजक आकाश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सवाल यह उठ रहा है कि पुराने मामले में गिरफ्तारी होना बताया जा रहा है तब उसी दिन ऐसी कौन सी बात हो गई कि आकाश को गिरफ्तार कर सीधे जेल में डाल दिया गया । बदले की इस राजनीति के बाद युवाओं के बीच सत्ताधारी दल की छवि को भी बट्टा लगा है। दिग्गजों के बीच जारी आपसी गुटबाजी से भयभीत यूथ धीरे-धीरे कांग्रेस से किनारे करने लगे हैं।
दीक्षांत समारोह में सीएम व विधायक की उपेक्षा पर मांगी रिपोर्ट
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पुनिया ने अटल बिहारी वाजपेयी विवि के दीक्षांत समारोह के पूर्व अतिथि को लेकर विवि प्रशासन ने जैसा रूख अख्तियार किया और उसके बाद विवि प्रशासन के खिलाफ कांग्रेसजनों व यूथ कांग्रेस ने जिस अंदाज में हल्ला बोला उसे लेकर भी पूरी रिपोर्ट मांगी है।
आपसी गुटबाजी से संगठन की छवि हो रही धुमिल
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चेयरमैन को पीसीसी के प्रभारी ने दोटूक कहा कि जिला मुख्यालय में जिस तरह गुटबाजी चल रही है और समाचार पत्रों में खबरें आ रही हैं इससे पार्टी संगठन की छवि लगातार धूमिल हो रही है।
जांच के लिए दो पदाधिकारियों की बनी कमेटी
पीसीसी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। इसमें जिले के प्रभारी पदाधिकारी मोतीलाल देवांगन व मंजू सिंह को जांच अधिकारी बनाया है। जांच के बाद गोपनीय प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री गिरीश देवांगन का पत्र प्राप्त हुआ है। संगठन से संबंधित शिकायत की जांच कर गोपनीय प्रतिवेदन पेश करने कहा है। मोतीलाल देवांगन से चर्चा के बाद बिलासपुर प्रवास का कार्यक्रम बनेगा। सभी जिम्मेदार लोगों से इस संबंध में चर्चा करेंगे ।
मंजू सिंह
प्रभारी पदाधिकारी,बिलासपुर जिला
पीसीसी का पत्र प्राप्त हुआ है। पूरे मामले की जांच के लिए दो पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है। जांच कमेटी अपने स्तर पर जांच करेगी।
विजय केशरवानी
अध्यक्ष,जिला कांग्रेस कमेटी बिलासपुर