राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नजफगढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण पश्चिमी दिल्ली जिले का हिस्सा है। दिल्ली में पहली बार 1993 में विधानसभा चुनाव हुए और उस दौरान नजफगढ़ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सूरज प्रसाद पालीवाल जीते थे। वर्तमान में यहां से आम आदमी पार्टी के नेता कैलाश गहलोत विधायक हैं।
2015 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली विधानसभा की 70 में से 67 सीटें जीतने वाले केजरीवाल इस सीट पर लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अपने प्रचार के दौरान पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान विशेषकर स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को गिना रहे हैं। केजरीवाल इस बार भी पूरे आत्मविश्वास में हैं ।
नजफगढ़ विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं में अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या 15.34 फीसदी है। मतदाता सूची 2019 के मुताबिक नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2,45,022 वोटर्स हैं जो 258 मतदान केंद्रों पर वोटिंग करेंगे। 2015 के विधानसभा चुनाव में यहां 69.02% वोटिंग हुई थी। बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को क्रमशः 24.57%, 5.09% और 34.62% वोट मिले थे।
नजफगढ़ के अहम मुद्दे-
नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विपक्ष कई अहम मुद्दों पर सरकार के गेर रहा है, इनमें – कैर गांव में कॉलेज के नए भवन का निर्माण ना होना, राव तुलाराम अस्पताल के विस्तार का कार्य पूरे पांच वर्ष तक लटकाए रखने, रोशनपुरा में कॉलेज की जमीन आवंटित होने के बावजूद निर्माण कार्य ना होने, पूरे विधानसभा क्षेत्र को सीवर की सुविधा उपलब्ध ना कराने के मुद्दे शामिल हैं।
आमने-सामने-
आम आदमी पार्टी – कैलाश गहलोत
बीजेपी – अजीत खड़खड़ी
कांग्रेस – साहिब सिंह यादव
विधानसभा चुनाव 2015
कैलाश गहलोत-आम आदमी पार्टी-55,598(34.62%)
भारत सिंह-इनेलो-54,043(33.65%)
अजीत सिंह खरखरी-बीजेपी- 39,462(24.57%)
जय किशान शर्मा- कांग्रेस-8,180 (5.09%)
विधानसभा चुनाव 2013
अजीत सिंह खरखरी- बीजेपी-54,358 (33.27%)
भारत सिंह-इनेलो-44,590(31.00%)
मुकेश कुमार डागर-आम आदमी पार्टी-22,798(15.85%)
बिजंदर दत्त-कांग्रेस-10,633(7.39%)
दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और परिणाम दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में कुल 1,46,92,136 मतदाता हैं, जो कुल 2,689 स्थानों पर स्थापित किए गए कुल 13,750 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। दिल्ली में पुरुष मतदाताओं की तादाद 80,55,686 है, जबकि यहां कुल 66,35,635 महिला मतदाता हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 815 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं, जबकि अप्रवासी भारतीय (NRI) मतदाताओं की संख्या 489 है। दिल्ली में गर्वमेंट सर्विस वोटरों की कुल संख्या 11,556 है, जिनमें से 9,820 पुरुष मतदाता हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में 55,823 मतदाता दिव्यांग श्रेणी के भी हैं।