दुबई की तर्ज पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) डॉग्स पर कैमरे लगाकर ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर नजर रखेगा। इसकी शुरुआत 26 जनवरी को विशाखापट्टनम से कर दी गई है। इस डिवीजन में एक माह के ट्रायल (डमी कैमरे के साथ) के बाद 4 डॉग्स पर कैमरे लगा दिए हैं। रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि कैमरों की सफलता को देखकर देश के अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी कैमरे लगे डॉग्स की तैनाती की जाएगी।
डॉग्स पर दो तरह के कैमरे लगाए जाएंगे। एक डॉग्स के ऊपर और दूसरा उसके गले में बांधा जाएगा। हालांकि, विशाखापट्टनम में डॉग्स के ऊपर कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन जब डॉग्स को संकरी गली में जाना होगा तो कैमरा उनके गले में बांधा जा सकेगा। इन कैमरों को हैंडलर 10 मीटर दूर से स्क्रीन में देख सकेगा। इनकी रिकार्डिंग भी होगी, जिससे हैंडलर स्टेशन या ट्रेन में राउंड लगाकर ऑफिस में रिकॉर्डिंग देख सकेगा।
जीपीएस के जरिए जोड़ा जाएगा सभी कैमरों को
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक राजेश दत्त बाजपेयी ने कहा, “आरपीएफ के पास देशभर में करीब 298 डॉग्स हैं। धीरे-धीरे सभी डॉग्स पर कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमराें को जीपीएस के जरिए कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। इससे कंट्रोल रूम में बैठेे-बैठे नजर रखी जा सकेगी। एक कैमरे की कीमत करीब 17 हजार रुपए है।”