दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में गुरुवार को हुई बारिश के कारण तापमान में गिरावट के बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के प्रमुख डा बलराम भार्गव ने कहा है कि मौसम के बदले मिजाज का इस वायरस की सक्रियता पर कोई खास असर नहीं होगा.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सहित देश के अन्य इलाकों में कोरोना वायरस के संक्रमण के अब तक 30 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. भार्गव ने बताया कि तापमान में गिरावट का कोरोना वायरस के संक्रमण की गति बढ़ने से कोई संबंध नहीं है.
उन्होंने तापमान में गिरावट से इस वायरस का संक्रमण तेजी से होने की आशंकाओं को नकारते हुए कहा कि अब तक के अध्ययनों में इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है. उन्होंने कहा कि वैसे भी इस वायरस का प्रसार हवा के माध्यम से नहीं होता है. इसके संक्रमण का खतरा जीव जनित होता है. इसमें मरीजों अथवा संक्रमित जीवों के संपर्क में आने से इसके संक्रमण का खतरा अधिक होता है.डा भार्गव ने ठंडक बढ़ने से लोगों को सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी व्याधियों से बचने की सलाह देने के साथ ही वे सभी एहतियाती उपाय अपनाने का परामर्श दिया है जिनके कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बरकरार रहती है.
गौरतलब है कि बुधवार को हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण गुरुवार को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर एवं उत्तर पश्चिमी इलाकों में तेज बारिश होने के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में गुरुवार देर शाम 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की गति से तेज हवायें चलने से दिन के औसत तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गयी है.