रिपोर्टर- दीपेश मोहारे
ऐसे व्यक्ति जो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज किड़नी, अस्थमा, केंसर आदि बीमारियों से पीडि़त हैं, वे अपने आप में कोरोना से बचाव के लिये पूरी तरह सावधानियां बरतें। ऐसे लोग हमेशा मास्क लगाये रखें। भीड़-भाड़ में न जायें, आपस में दो गज की दूरी बनाकर रखें। हाथों को सैनेटाइज करते रहना अथवा हाथों को साबुन से धोते रहना है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए यही सावधानियां है। जिनका कड़ाई से सभी लोगों को पालन करना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडेय ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, भूख न लगना, दस्त लगना आदि के लक्षण होने पर वे घर पर ही पारंपरिक उपचार लेते रहते है और ठीक होने की उम्मीद में 5 से 7 दिन गुजार देते है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य लाभ होने के बजाय उनकी बीमारी और बढ़कर जटिल हो जाती है। ऐसे लोंगो को अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में कोविड-19 की जांच पॉजीटिव आती है तो उपचार और जटिल हो जाता है। ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट या आईसीयू में भर्ती कर उपचार करना पड़ता है। ऐसी बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों को सलाह दी जाती है कि उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, हाथ-पैरों में दर्द, शरीर में ऐठन, भूख न लगना खाने व सूघंने में स्वाद का पता न लगना आदि लक्षण हों तो वे तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें अथवा कोविड-19 की जांच करवाकर समय रहते पूर्व उपचार लेकर स्वास्थ्य हो। जिससे वे स्वयं को एवं अपने परिवार को सुरक्षित रख सकेंगें।