दिल्ली-एनसीआर में 13 दिनों की देरी के बाद आज यानी शनिवार को मॉनसून दस्तक देगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की मानें तो आज दिल्ली में मॉनसून के आने की संभावना है। इसके अलावा, बिहार और उत्त प्रदेश के कुछ इलाकों में आज बारिश की संभावना है। जगह-जगह बारिश की वजह से उत्तर-पश्चिम भारत में करीब एक सप्ताह तक लू के प्रकोप के बाद अब तापमान में गिरावट देखी जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में शुक्रवार से ही हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होना शुरू हो गई।
आईएमडी के अधिकारियों के मुताबिक पिछले 15 वर्षों के दौरान ऐसा पहली बार है जब दिल्ली में मॉनसून इतनी देरी से पहुंचेगा। आम तौर पर दिल्ली में मॉनसून के पहुंचने की तारीख 27 जून तय मानी जाती है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली-एनसीआर और उसके आस-पास के इलाकों में अगले पांच से छह दिनों के दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की उम्मीद है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, इससे पहले 2012 में मॉनसून सात जुलाई को दिल्ली में पहुंचा था जबकि 2006 में मानसून ने नौ जुलाई को राजधानी में दस्तक दी थी।
गौरतलब है कि केरल में दो दिन की देरी से पहुंचने के बाद मॉनसून देश के पूर्वी, मध्य और उत्तर-पश्चिम के कुछ हिस्सों में 10 दिन पहले ही पहुंच गया था। लेकिन इसके बाद इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं रहीं। मॉनसून कमजोर होकर रुक रुककर आगे बढने लगा। मौसम विभाग ने इससे पहले कहा था कि राजधानी में मानसून अपने तय समय से 12 दिन पहले ही 15 जून को दस्तक दे देगा। एक जून को मानसूनी सीजन शुरू होने के बाद से अब तक दिल्ली में 44.1 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य यानी 104.2 मिमी से 58 प्रतिशत कम है।
जुलाई में कैसा रहा दिल्ली का मौसम
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में उमस भरी गर्मी रहने के साथ ही अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में जुलाई के महीने में अब तक लोगों को चार दिन लू के प्रकोप का सामना करना पड़ा। इन चार दिनों में एक जुलाई को अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, दो जुलाई को उच्चतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस रहा , सात जुलाई को जब पारा 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और आठ जुलाई को अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के साथ ही राजधानी के लोगों को भीषण गर्मी से जूझना पड़ा। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में सापेक्षिक आर्द्रता 89 फीसदी से 49 फीसदी के बीच रही। पड़ोसी राज्य हरियाणा के गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश के नोएडा में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
यूपी में कहीं बारिश तो कहीं भीषण गर्मी
उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं, जबकि राज्य के कुछ अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति रही। यूपी में आज बारिश होने की संभावना है। राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान आगरा में 42.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, बरेली और झांसी संभाग में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
बिहार में आज भी बरसेंगे बादल
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में बिहार के अधिकतर भाग में मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। उत्तर बिहार सहित राज्य के शेष भाग में भी एक दो जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। बारिश के सिस्टम की सक्रियता को देखते हुए राज्य के सभी जिलों के लिए मौसम विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट 72 घंटों के लिए जारी किया गया है। इस दौरान वज्रपात की भी आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार एक चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति झारखंड व उसके आसपास बनी है, जिससे सूबे में बारिश के सिस्टम को मजबूती मिली है।
पंजाब-हरियाणा का मौसम
पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार को भी गर्मी का कहर जारी रहा, जबकि कुछ स्थानों पर बारिश हुई। हरियाणा के नारनौल में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के अन्य स्थानों में, हिसार में अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि करनाल जहां 32 मिमी बारिश हुई, वहां अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब के अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में अधिकतम तापमान क्रमश: 36.7, 35.7 और 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लुधियाना और पटियाला में क्रमश: 0.6 मिमी और 7.9 मिमी बारिश हुई। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में सुबह हल्की बारिश हुई और अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान को मिल सकती है राहत
राजस्थान के कुछ हिस्सों जैसे बीकानेर संभाग के गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और चुरू जिलों में शुक्रवार को बारिश और धूल भरी आंधी के साथ मॉनसूनी हवाएं चली । मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद जताई है। कोटा, जयपुर उदयपुर, भरतपुर और अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में मानसून के सक्रिय होने की संभावना के साथ राज्य के अधिकांश स्थानों पर शनिवार को बारिश होने की पूरी उम्मीद है।
जानें अन्य राज्यों के मौसम का हाल
भले ही मॉनसून अब तक उत्तर-पश्चिम भारत से विमुख रहा है, लेकिन तमिलनाडु और दक्षिण भारत के अन्य हिस्सों इसकी स्थिति मजबूत बनी हुई है। केरल, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी के अधिकांश स्थानों के अलावा तेलंगाना तथा तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई। आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से अगले पांच दिनों में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भारी बारिश वर्षा होने की संभावना है।