सुनील खोब्रागढे (ब्यूरो प्रमुख)
बालाघाट- जिले के नवागत कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने आज 09 सितम्बर को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पत्रकारों से भेंट कर जिले के विकास पर चर्चा की और अपनी प्राथमिकताओं के बारे में बताया। उन्होंने पत्रकारों से सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि बालाघाट जिले में शासकीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जायेगा। जहां पर कमियां होगी उन्हें दूर करने का प्रयास किया जायेगा। प्रशासनिक कार्यों में और कसावट लाने का प्रयास किया जायेगा। आम जन की समस्याओं को सुलझाने के लिए जनसुनवाई एक अच्छा माध्यम है। ऐसी व्यवस्था बनायी जायेगी कि इसमें सभी अधिकारी बैठ कर आवेदकों की समस्याओं को सुनेंगें। नगरीय क्षेत्रों की समस्याओं पर भी ध्यान दिया जायेगा। जिले के दूरस्थ एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। कोविड की तीसरी लहर को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाये जायेंगें। जिले को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने में मीडिया का सहयोग अपेक्षित रहेगा।
कलेक्टर डॉ मिश्रा ने पत्रकारों के साथ इस परिचयात्मक बैठक में बताया कि उन्होंने वेटनरी सर्जन की पढ़ाई की है। पूर्व में उनका चयन भारतीय वन सेंवा (आईएफएस) के अधिकारी के रूप में हुआ था। वन विभाग में सेवायें देने के उपरांत वे भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए है। सुलाजपुर में एसडीएम, पन्ना एवं दमोह में जिला पंचायत सीईओ रहने के बाद उनकी पदस्थापना अपर आयुक्त आबकारी विभाग, ग्वालियर में की गई थी। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने बताया कि वे मूलत: उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले के बदलापुर ब्लाक के ग्राम तियरा के निवासी है। ग्रामीण परिवेश से जुड़े होने के कारण उन्हें ग्रामों की स्थिति एवं ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में जानकारी है और उनका प्रयास होगा कि दूरस्थ क्षेत्र के ग्रामों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचे।