भारत ने शनिवार को गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने की घोषणा की थी. इसके पीछे की वजह घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करना बताया गया था. हालांकि, अब मिस्र के आपूर्ति मंत्री अली मोसेली ने कहा है कि इस प्रतिबंध का मिस्र और भारत के बीच हुए करार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि मिस्र भारत से 5 लाख टन गेहूं खरीदने पर सहमत हुआ है. गौरतलब है कि मिस्र गेहूं के सबसे बड़े आयातकों में से एक है और अब काला सागर के रास्ते आने वाले अनाज के विकल्पों को तलाश रहा है क्योंकि ये मार्ग रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बंद हो गया है.
भारत ने शनिवार को गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने की घोषणा की थी. इसके पीछे की वजह घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करना बताया गया था. हालांकि, अब मिस्र के आपूर्ति मंत्री अली मोसेली ने कहा है कि इस प्रतिबंध का मिस्र और भारत के बीच हुए करार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि मिस्र भारत से 5 लाख टन गेहूं खरीदने पर सहमत हुआ है. गौरतलब है कि मिस्र गेहूं के सबसे बड़े आयातकों में से एक है और अब काला सागर के रास्ते आने वाले अनाज के विकल्पों को तलाश रहा है क्योंकि ये मार्ग रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बंद हो गया है.