स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी मेडिकल कॉलेजों, सीएमएचओ और सिविल सर्जन्स को इन बीमारियों की निगरानी के लिए दिशा-निर्देश जारी
सुकमा में किडनी रोगों से पीड़ित लोगों के गांव के पानी में पाई गई है आयरन और फ्लोराइड की अधिकता, अन्य भारी तत्वों की जांच के लिए सैंपल लैब भेजा गया है
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने लोगों को मंकी-पॉक्स, कोविड-19 और स्वाइन फ्लू के साथ ही बारिश के मौसम में होने वाले विभिन्न मौसमी बीमारियों से सावधान और सचेत रहने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि बरसात में लगातार होने वाले मौसमी बदलाव के कारण कई तरह की संक्रमणजनित बीमारियां होती हैं। इससे बचने और सावधान रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों और सिविल सर्जन्स को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। सभी जिलों को इसके लिए अलर्ट भी किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मंकी-पॉक्स का एक संदिग्ध प्रकरण सामने आया था। जांच के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। देश के दूसरे हिस्सों में मंकी-पॉक्स के आठ मामले आए हैं। अतः इस बारे में पर्याप्त सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 11 प्रकरणों की पहचान हुई है, जिनमें से दो मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट चुके हैं। शेष नौ मरीजों का रायपुर के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। स्वाइन फ्लू के इन मामलों को संज्ञान में लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
श्री सिंहदेव ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग अवश्य करें। साथ ही हाथों की साफ-सफाई व कोविड-19 एप्रोप्रिएट बिहैवियर का गंभीरता से पालन करें। स्वाइन फ्लू भी कोरोना की तरह फेफड़ों को प्रभावित करता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सुकमा जिले में किडनी रोगों से प्रभावितों के गांव के पानी की प्रारंभिक जांच में आयरन और फ्लोराइड की अधिकता पाई गई है। वहां के जल में अन्य भारी तत्वों की जांच के लिए सैंपल लैब भेजा गया है जिसकी रिपोर्ट तीन दिन में आने की उम्मीद है। सुकमा जिला प्रशासन को इस संबंध में अलर्ट करने के साथ ही प्रभावितों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।