पिछले साल जुब्बल और कोटखाई विधानसभा सीटों और मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत ने बीजेपी को चौंका दिया है. ऐसे में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ बैठक के दौरान नए चेहरों को मैदान में उतारने पर जोर दिया.
शिमला. हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अब कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में सत्ताधारी बीजेपी अपने उम्मीदवारों के नाम तय करने से पहले निर्वाचन क्षेत्र-वार उनके ‘मूल्यांकन’ पर विचार कर रही है. खबर है कि पार्टी किसी भी संभावित सत्ता विरोधी लहर को रोकने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या नए चेहरों को आजमाने की योजना बना रही है.
हिमाचल प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी 68 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए जल्द ही बैठक कर सकती है. अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस लिस्ट को अंतिम रूप देने से पहले उम्मीदवारों की जीत की क्षमता के आधार पर उनका मूल्यांकन करेगी.
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘यह पक्का नहीं है कि मौजूदा विधायक को ही टिकट मिलेगा. आखिरकार, हम सत्ता में बने रहने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं और कुछ इलाकों में सत्ता विरोधी लहर देखी जा सकती है. इसलिए इसे दूर करने के लिए कई मौजूदा विधायकों का टिकट काटकर उनकी जगह नए चेहरों को मौका मिल सकता है.’
अमित शाह और जेपी नड्डा ने की जयराम ठाकुर संग बैठक
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ बैठक के दौरान नए चेहरों को मैदान में उतारने पर जोर दिया. पार्टी सूत्रों ने बताया कि शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 विधानसभा सीटों के लिए कई नए उम्मीदवारों का चयन किया जा सकता है.
दरअसल पिछले साल जुब्बल और कोटखाई विधानसभा सीटों और मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत ने बीजेपी को चौंका दिया है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शिमला जिले की सात में से तीन, सिरमौर की पांच में से तीन और सोलन की पांच में से दो सीटें जीती थीं.
शुरुआती सर्वेक्षणों में सत्ताधारी दल को फायदा मिलने के अनुमानों के बावजूद बीजेपी नेतृत्व का कहना है कि वह कोई जोखिम नहीं उठाएगा. सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य इकाई से चुनाव की तैयारियों और इससे भी महत्वपूर्ण उम्मीदवार चयन के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया पर रिपोर्ट मांगी है.
अमित शाह और जेपी नड्डा ने की जयराम ठाकुर संग बैठक
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ बैठक के दौरान नए चेहरों को मैदान में उतारने पर जोर दिया. पार्टी सूत्रों ने बताया कि शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 विधानसभा सीटों के लिए कई नए उम्मीदवारों का चयन किया जा सकता है.
दरअसल पिछले साल जुब्बल और कोटखाई विधानसभा सीटों और मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत ने बीजेपी को चौंका दिया है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शिमला जिले की सात में से तीन, सिरमौर की पांच में से तीन और सोलन की पांच में से दो सीटें जीती थीं.
शुरुआती सर्वेक्षणों में सत्ताधारी दल को फायदा मिलने के अनुमानों के बावजूद बीजेपी नेतृत्व का कहना है कि वह कोई जोखिम नहीं उठाएगा. सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य इकाई से चुनाव की तैयारियों और इससे भी महत्वपूर्ण उम्मीदवार चयन के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया पर रिपोर्ट मांगी है.