कान्हा तिवारीजांजगीर-चांपा/24 जुलाई 2023 को ईडी ने डायरेक्टर भौमिक एवं खनिज छत्तीसगढ़ शासन को पत्र प्रेषित कर प्रदेश के सभी जिलों में डीएमएफ फंड के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है और जानकारी देने की अंतिम तारीख 4 अगस्त 2023 तय की है।31 जुलाई 2023 को भौमिक एवं खनिज विभाग के डायरेक्टर ने प्रदेश के सभी जिलों को पत्र प्रेषित कर इसकी डीएमएफ फंड की पूरी जानकारी समय सीमा में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।ईडी ने जिन बिंदुओं पर जानकारी मांगी है उसमें प्रमुख रूप से विभिन्न जिलों में डीएमएफ फंड से कितनी राशि जारी की गई है, विभागों और एजेंसियों को वर्ष वार जानकारी उपलब्ध कराएं ?जिलों के द्वारा इस फंड से विभिन्न विभागों/ एजेंटों से कार्य करवाया गया उन ठेकेदारों के नाम उन फर्मों के नाम और उनके पेन नंबर जीएसटी नंबर उपलब्ध करवाने कहा गया है।जो सूत्रों के अनुसार डीएमएफ फंड का छत्तीसगढ़ सरकार ने जो राशि 6,583 करोड़ों रुपए खर्च किया है इसमें सबसे ज्यादा राशि कोरबा जिले में 1,246 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। दूसरे नंबर पर बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिला जहां -875 करोंड रुपए इस फंड से खर्च किए गए हैं।ईडी के द्वारा डीएमएफ फंड की बारीकी से जानकारी मांगी गई है और इसकी जांच की जा रही है। ईडी की इस जांच से न सिर्फ शासन में बल्कि जिला प्रशासन एवं उन तथाकथित सप्लायर और ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है।चर्चा यह है कि इसमें करोड़ों रुपए का बंदरबांट हुआ है।हालांकि प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और बुद्धिजीवी लोगों की भावना है कि डीएमएफ फंड की जांच 2005 से लेकर 2023 तक की जानी चाहिए कि किस तरीके से छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार हुआ है।
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