कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कहा कि अधिकारी अपने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए आम जनता की समस्याएं सुने और प्राथमिकता के साथ उसका समाधान करना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लोगों को उनकी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए आफिसों का चक्कर लगाना न पड़े। बेहतर हो कि अधिकारी स्वयं जनता के पास पहुंचकर उनकी समस्याएं से अवगत हो और उसका निराकरण करें। श्री धावड़े आज अधिकारियों की समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा बैठक में उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना का जिले में बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हो। कलेक्टर ने श्रम पदाधिकारी को जरूरतमंद सभी पात्र हितग्राही से आवेदन प्राप्त कर उक्त पेंशन योजना से लाभान्वित कराने कहा। इसी प्रकार जिले के पीएसीएल निवेशकों के ऑनलाईन आवेदन फार्म भरवाने जनपद पंचयतों में प्रोग्रामरों एवं डाटा एन्ट्री ऑपरेटरों की व्यवस्था के साथ ही आवेदकों से आवेदन भरवाने की पहल किया जाए, साथ ही इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने जिले में मिशन अंत्योदय की समीक्षा करते हुए चयनित गांवों में विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति लाने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिये। वन अधिकार पट्टा हेतु हितग्राही चयन व सत्यापन के लिए संबंधित एसडीएम, जनपद सीईओ और वन विभाग संयुक्त रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने अभियान के बेहतर पहल के लिए जिले के सभी विकासखण्ड में 10-10 मास्टर ट्रेनर्स नियुक्त कर प्रशिक्षण आयोजित करने की बातें भी कही। कलेक्टर ने कहा कि शासन की प्राथमिता वाले इस अभियान में यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले के वास्तविक पात्र हितग्राहियों को भी वन अधिकार पट्टा मिले। कलेक्टर ने शासन की नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी की परिकल्पना को जिले में बेहतर क्रियान्वयन के लिए विकासखण्डवार मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्यो की समीक्षा की, साथ ही पूर्व के लंबित मजदूरी भुगतान आगामी 20 मार्च तक शत् प्रतिशत पूर्ण कर लेने जनपद सीईओ को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि लोक सेवा गारंटी के तहत विभागों को अधिसूचित सेवाएं लंबित न रखें। जिले के ग्राम सुपेबेड़ा में प्रभावितों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए यहां पर स्वास्थ्य श्वििर आयोजन के साथ ही शिविर से लाभान्वित होने लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि विभागों में अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरण लंबित न रखे, प्राथमिकता के क्रम में आवेदकों की नियुक्ति करें। बैठक में अवगत कराया गया कि जिस विभाग में अधिकारी-कर्मचारियों का ईपिक नंबर गलत है, ऐसे अधिकारियों की जानकारी संबंधित विभाग प्रमुख को दी गई है, वे कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी से संपर्क कर इसमें सुधार कराये। आगामी 10 मार्च से पल्स पोलियो अभियान संचालित किया जायेगा। प्रथम दिवस निर्धारित स्वास्थ्य केन्द्र में शून्य से पांच वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी। इसके अलावा 11 एवं 12 मार्च को स्वास्थ्य अमलों द्वारा डोर टू डोर पहुंचकर छुटे हुए बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायेंगे। बैठक में अधिकारियों को संभाग आयुक्त द्वारा प्रेषित पत्रों के संबंध में की गई विभागीय कार्यवाही की जानकारी से कलेक्टर को अवगत कराने कहा गया। बैठक में वनों को दावानल से बचाने, वन्यप्राणियों के संरक्षण और वन औषधियों के संवर्धन हेतु सभी विभागीय अधिकारियों को आवश्यक पहल करने कहा गया। कहीं भी वनों में आग लगने की घटना, वन्यप्राणियों के शिकार और पेड़ों के अवैध कटाई आदि की सूचना तत्काल वन विभाग के अधिकारियों को देने कहा गया। बैठक में वनमण्डलाधिकारी श्री जे.आर. भगत, अपर कलेक्टर श्री के.के. बेहार, जिला पंचायत सीईओ श्री आर.के. खुटे, संयुक्त कलेक्टर श्री जे.आर. चौरसिया व श्री अमृत लाल ध्रुव, सभी एसडीएम, जनपद सीईओ एवं समस्त विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।