लोकसभा चुनाव में पांच चरणों की वोटिंग के बाद अब हर किसी की निगाहें दिल्ली पर टिकी है. यहां सीटें सिर्फ सात हैं, लेकिन बीजेपी से लेकर कांग्रेस और फिर आम आदमी पार्टी हर किसी की साख दांव पर है. कहा जा रहा है कि यहां कई सीटों पर त्रिकोणीय मुक़ाबला है. लिहाज़ा तीनों पार्टियों ने यहां पूरी ताकत झौंक दी है.
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में रैली करेंगे. तो प्रियंका गांधी दिल्ली के कुछ इलाकों में रोड शो करेंगी. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कई नेता भी आज चुनावी अखाड़े में मौजूद रहेंगे. यानी दिल्ली में बढ़ते पारे के बीच आज सियासी घमासान की गर्मी भी महसूस होगी.
दिल्ली में 12 मई को वोटिंग होनी है. ऐसे में यहां प्रचार के लिए सिर्फ 3 दिन का समय रह गया है. दिल्ली में पीएम मोदी की सिर्फ एक ही रैली होगी. लिहाजा बीजेपी इस मेगा रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. रैली को कामयाब बनाने के लिए बीजेपी पिछले कई दिनों से जी-जान से जुटी हुई थी.
बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि मेगा रैली में करीब दो से ढाई लाख लोगों की भीड़ जुटेगी. रैली में भीड़ लाने के लिए बीजेपी ने अपने फ्रंटल संगठन पूर्वांचल मोर्चा, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, एससी मोर्चा को सक्रिय कर दिया है. इस रैली को लेकर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता विजय गोयल ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री की रैली आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी.
दिल्ली में लोकसभा की कुल 7 सीटें हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सातों सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार विपक्षी पार्टी आप और कांग्रेस भी पूरा जोर लगा रही है. कांग्रेस ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठजोड़ न होने पर राष्ट्रीय राजधानी में चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है.