अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने बुधवार को सात लोककल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पोंपेयो मंगलवार रात भारत पहुंचे हैं और उनका दौरा तीन दिनों का है। वह यहां पर अमेरिका और भारत के बीच राजनीतिक रिश्तों को मजबूत करने के मकसद से आए हैं। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद पोंपेयो विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे। जयशंकर और पोंपेयो के बीच अमेरिका और भारत की रणनीतिक साझेदारी को लेकर चर्चा होगी।
जी-20 में होगी मोदी और ट्रंप की मुलाकात
जापान के ओसाका में जी-20 समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात होनी है। इस मीटिंग से पहले पोंपेयो और मोदी की मीटिंग को अहम माना जा रहा है। पोंपेयो के इस भारत दौरे पर भारत, अमेरिका को साफ कर देना चाहता है कि वह रूस से खरीदे जाने वाले एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा। भारत की कोशिश होगी कि पोंपेयो के दौरे पर प्रतिबंधों के बावजूद उसे छूट मिल सके। भारत, अमेरिका की वजह से डील को खत्म करके रूस के साथ रिश्तों को खतरे में नहीं डाल सकता है। बुधवार को जब पोंपेयो और एस जयशंकर के बीच मुलाकात होगी तो इस मसले पर भी चर्चा होने की संभावना है।
आतंकवाद पर होगी चर्चा
पोंपेयो के भारत दौरे पर दोनों पक्षों के बीच कई ऐसे मुद्दे पर वार्ता होगी जो आपसी हितों से जुड़े हैं जिनमें द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई मसले शामिल हैं। आतंकवाद का मुद्दा भी चर्चा में सबसे ऊपर रहने की संभावना है। ऐसे समय में जबकि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में असफल है और अफगानिस्तान को भी अस्थिर करने की कोशिशों में लगा है, इस मुद्दे के प्रभावी रहने की संभावना है। इसके अलावा पाक ने मुंबई हमलों के साथ ही पठानकोट, उरी और पुलवामा आतंकी हमले के दोषियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की है। माना जा रहा है कि भारत इन मसलों में पाक की तरफ से हुई जांच का जिक्र पोंपेयो से कर सकता है। साथ ही दाऊद इब्राहीम को पाक में मिली सुरक्षित शरण पर भी चर्चा होने की संभावना है।