कांग्रेस नेता राहुल गांधी 10 जुलाई को एक दिन के दौरे पर उत्तर प्रदेश के अमेठी जाएंगे. लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट पर हारने के बाद राहुल पहली बार वहां जा रहे हैं. बता दें कि इस चुनाव में उन्हें बीजेपी की स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अमेठी दौरे पर राहुल अपनी हार की समीक्षा करेंगे.
राहुल ने 10 जुलाई की सुबह ट्वीट कर कहा, ”10 मिलियन ट्विटर फोलोअर्स- आप सभी को शुक्रिया. मैं इसे अमेठी में सेलिब्रेट करूंगा, जहां आज मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मिलूंगा.”
अमेठी पहुंचकर राहुल वहां के सभी पांचों विधानसभा क्षेत्र सलोन, अमेठी, गौरीगंज, जगदीशपुर और तिलोई के कांग्रेस प्रभारियों के साथ बैठक करेंगे. इसके साथ ही वह पार्टी की न्याय पंचायत, ब्लॉक और बूथ स्तरीय इकाइयों के अध्यक्षों, हर ब्लाक से 15-15 वरिष्ठ कांग्रेस के नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे.
इन बैठकों के दौरान राहुल लोकसभा चुनाव में अमेठी से अपनी हार की वजहों का पता लगाने की कोशिश करेंगे. जिला कांग्रेस के प्रवक्ता अनिल सिंह ने पीटीआई को बताया कि राहुल कुछ गांवों का भी दौरा करेंगे. राहुल के इस दौरे की तैयारी की कमान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के राजनीतिक मामलों के प्रभारी जुबैर खान के जिम्मे है.
बता दें कि राहुल हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनावी मैदान में उतरे थे. इन दोनों सीटों में से राहुल को वायनाड पर ही जीत हासिल हुई. मगर पीढ़ियों से गांधी-नेहरू परिवार के गढ़ रहे अमेठी में उन्हें स्मृति ईरानी से 50 हजार से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा.लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल ने हाल ही में पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का औपचारिक ऐलान किया था.
राहुल ने इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा था,”कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर 2019 के चुनाव की हार की जिम्मेदारी मेरी है. हमारी पार्टी के भविष्य की तरक्की के लिए जवाबदेही होना महत्वपूर्ण है. इसी वजह से मैंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है.”