हिमाचल प्रदेश में खुदाई के दौरान मूंढापांडे के मजदूरों को मिले सालों पुराने खजाने को लेकर शुक्रवार को ठेकेदार से विवाद हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ठेकेदार के कब्जे से खजाना बरामद किया है। खजाने को अब पुरातत्व विभाग के सुपुर्द किया जाएगा। देर शाम तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। मूंढापांडे के बरबाला खास में रहने वाले कुछ युवकों को मजदूरी के लिए ठैकेदार गुलाम नवी हिमाचल प्रदेश ले गया था। शिमला के पास मजदूर खुदाई का काम कर रहे थे। इस दौरान ही उनको एक घडे़ में सालों पुराना खजाना मिला। खजाना में भारी मात्रा में चांदी के सिक्के थे।
मजदूरों ने इसकी जानकारी दी तो वहां पर खुदाई का काम करवाने वालों ने खजाने को अपने पास रख लिया। खजाने का एक हिस्सा मूंढापांडे के मजदूरों और ठेकेदार को दे दिया। इस खजाने को ठेकेदार ने अपने पास रखा और मजदूरों को लेकर मुरादाबाद आया। यहां पहुंचने पर जब ठेकेदार गुलाम नवी से मजदूरों ने खजाने की मांग की तो वह मुकर गया। खजाने को मांगने पर वह जान से मारने की धमकी देने लगा। इस पर मजदूरों ने पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया।
एसएचओ कटघर अजीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार को सूचना पर पुलिस की टीम बरबाला खास पहुंची। वहां पर गुलाम नवी के कब्जे से पुलिस ने चांदी के 698 सिक्के बरामद का लिए। यह खजाना लगभग चार सौ से पांच सौ साल पुराना और मुगलों के शासनकाल का बताया जा रहा है।
एसएचओ ने बताया कि इस मामले में पुरातत्व विभाग को सूचित किया गया है। यह खजाना जल्द ही पुरातत्व विभाग को सौंपा जाएगा। सिक्कों पर दर्ज मजमून के मुताबिक कुछ सिक्के अकबर काल के हैं तो कुछ शाहजहां और औरंगजेब काल के हैं। सिक्कों पर जलालुद्दीन अकबर, शहंशाह और औरंगजेब आलमगीर दर्ज और कलमा दर्ज है।
सिक्कों को बेचने की हुई कोशिश
सूत्रों ने बताया कि ठेकेदार ने इन सिक्कों को बेचने की कोशिश की थी। उसने एक सराफ से भी संपर्क साधा था। पुलिस इस संबंध में भी जानकारी कर रही है कि कुछ सिक्कों को बेच तो नहीं दिया गया। ऐसे में सराफा पर भी पुलिस की नजर है।