आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति का माहौल है, संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है तो वहीं आज कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू-कश्मीर में ईद का पर्व मनाया जा रहा है, त्योहार को देखते हुए 300 टेलिफोन बूथ बनाए गए हैं, ताकि आम लोग अपने करीबियों-रिश्तेदारों से बात कर सकें, इस वक्त राज्य में भारी सुरक्षा बल तैनात है, जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के हटने के बाद आज राज्य में पहली बार ईद मनाई जा रही है।
विशेष राज्य का दर्जा समाप्त हो गया..
गौरतलब है कि विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर से लद्दाख अलग हो गया है, ये दोनों ही केंद्र शासित प्रदेश होंगे, जहां जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी लेकिन लद्धाख में विधानसभा नहीं होगी।
चलिए धरती के इस जन्नत कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर के बारे में जानते हैं कुछ बेहद ही रोचक और अनकही बातें…
भारत की दूसरे नंबर की सबसे ऊंची छोटी
माउंट गॉडविन ऑस्टेन (K2) भारत की दूसरे नंबर की सबसे ऊंची छोटी है, जिसकी ऊंचाई 8611 मीटर है, माउंट एवेरेस्ट(8848 मीटर) के बाद यह दुनिया की दूसरे नंबर की ऊंची छोटी है जो पाक अधिकृत कश्मीर में है।
एशिया का सबसे बड़ा तालाब
एशिया का सबसे बड़ा तालाब कश्मीर की घाटी का वुलर तालाब है, भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग भी यहीं पर है जो 11 किलोमीटर लम्बी है। वो सुरंग चेनानी-नासरी सुरंग के नाम से जानी जाती है।
लेह जिला
कश्मीर का लेह जिला राज्य का सबसे बड़ा है, यही नहीं जम्मू कश्मीर ग्लेशियरों का घर है, जिनमे से एक सियाचिन ग्लेशियर 76 किलोमीटर लंबा है जो हिमालय की पर्वतमाला के लंबे ग्लेशियरो में से एक है।
वैष्णो देवी का दरबार
भारत के लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक माता वैष्णो देवी का मंदिर कश्मीर के त्रिकुटा पहाड़ो में स्थित है और एक अनुमान मुजब हर साल वहा पर 1 करोड़ तीर्थयात्री दर्शन के लिए आते है।
‘पश्मीना शॉल’
‘पश्मीना शॉल’ का सबसे ज्यादा उत्पादन कश्मीर में होता है और कश्मीर सबसे ज्यादा निर्यात भी इसी चीज की करता है।
डोगरी और पंजाबी भाषा
जम्मू संभाग में दस जिले हैं- जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर, डोडा, पुंछ, राजौरी, रियासी, रामबन और किश्तबाड। जम्मू का कुल क्षेत्रफल 36315 वर्ग किमी है । इसके लगभग 13297 वर्ग किमी क्षेत्रफल पर पाकिस्तान के कब्जे में है, जम्मू के भिंबर , कोटली, मीरपुर, पुंछ हवेली, बाग, सुधान्ती, मुज्जफराबाद, हट्टियां और हवेली जिले पाकिस्तान के कब्जे में हैं, जहां डोगरी और पंजाबी भाषा बोली जाती है। मुज्जफराबाद में लंहदी पंजाबी व गुज़री बोलते हैं। यहां के मूल निवासियों को डोगरा कहते हैं।
कश्मीर का क्षेत्रफल लगभग 16000 वर्ग किमी
जम्मू संभाग पीर पंचाल की पर्वत श्रंखला में खत्म होता है। इस पहाड़ी के दूसरी ओर कश्मीर शुरु होता है । कश्मीर का क्षेत्रफल लगभग 16000 वर्ग किमी है। इसके दस जिले श्रीनगर, बडगाम, कुलगाम, पुलवामा, अनन्तनाग, कुपबाडा, बारामूला, शोपिया, गन्दरबल, बांडीपुरा हैं। कश्मीर संभाग मुस्लिम बहुसंख्यक है। शिया लोगों की भी एक बड़ी संख्या है, यहां गुज्जरों की आबादी ज्यादा है। गुज्जरों की ही एक शाखा को बक्करबाल कहा जाता है।