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यहाँ नहीं आता कोई भी बारात लेकर, बंदरों की वजह से कुंवारी हैं इस गाँव की लड़कियां




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बंदर एक मेरूदण्डी, स्तनधारी प्राणी है। इसके हाथ की हथेली एवं पैर के तलुए छोड़कर सम्पूर्ण शरीर घने रोमों से ढकी है। कर्ण पल्लव, स्तनग्रन्थी उपस्थित होते हैं। मेरूदण्ड का अगला भाग पूँछ के रूप में विकसित होता है। हाथ, पैर की अँगुलियाँ लम्बी नितम्ब पर मांसलगदी है।


हर बाप की यही तमन्ना होती है लेकिन, कभी-कभी कुछ ऐसे कारण होते हैं कि वो अपनी बेटी की शादी नहीं करवा पाते हैं। कुछ पैसों की कमी से तो कुछ और भी प्रॉब्लम होती हैं।
लेकिन, कभी आपने सुना है कि बंदरों की वजह से किसी घर की लड़की की शादी ना हो। जी हाँ, आज हम एक ऐसे ही गाँव की चर्चा कर रहे हैं। इस गावं में बंदरों की वजह से लड़कियां कुंवारी हैं। यह किसी एक घर की बात नहीं है पूरे गाँव की लड़कियों की बात हैं। बंदरो की वजह से इस गाँव का कोई भी घर अपनी बेटी की शादी नहीं करवा पाया है।
बिहार की राजधानी पटना से 75 किमी. दूर भोजपुर जिले में रतनपुर गाँव। इस गाँव में लकड़ियों की शादी नहीं हो पा रही है। दरअसल, इस गाँव में बंदरो का इतना आंतक की यहाँ कोई भी बारात नहीं ला रहा हैं। बताया जा रहा है कि यहाँ पर आने वाले सभी के साथ बंदर लूट-पाट मचाते हैं। इतना ही नहीं, उन्हें लहूलुहान करते हैं। ऐसे में यहाँ आने वाले हर कोई डर के मारे इस गांव में नहीं आता।
यहाँ तक कि इसी कारण गाँव की लड़कियों की शादी भी नहीं हो पा रही हैं। बंदरो के उत्पात के कारण इस गाँव में कोई भी आने को तैयार नहीं है। यहाँ तक कि गांव के सभी लोग इन बंदरो से परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वो जैसे-तैसे इस गाँव में जी रहे है पर बंदर किसी को घर से बाहर तक नहीं निकलने देते हैं। इतना ही नहीं, इस गाँव में बाहर के लोग भी आने को तैयार नहीं है क्योंकि जो भी बाहर का आता है बंदर उन पर हमला बोल देते हैं।
गांव के लोग बताते है कि बंदरो की वजह से इस गांव में कोई भी अपनी बेटी की शादी नहीं कर पाता हैं। यदि करता भी है तो बंदर मिठाई इत्यादि सब लूट लेते हैं और उत्पात मचाते हैं। हमने बहुत बार बंदरो के प्रकोप से बचाने के लिए सरकार से अपील की। लेकिन, आज तक किसी भी सरकार ने इन बंदरो से छुटकरा नहीं दिलाया।
हमने बहुत बार सिस्टम तक यह बात पहुँचाने की कोशिश की है पर अभी तक किसी भी तरह का कोई भी रेस्पोंस नहीं आया हैं। इतना ही नहीं, यहाँ अब बच्चे भी घर से बाहर निकलने से डरने लगे हैं क्योंकि यहाँ पर बंदर कब किस पर हमला कर ,दे इसका किसी को पता नहीं।