छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में एक बार फिर डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है, गत वर्ष डेंगू के महातांडव के बाद अब शहर में फिर डेंगू का खौफ दिखने लगा है इस बार डेगु के तक़रीबन 45 मरीजों के सेम्पल लिए गए हैं, जिसमें से 7 मरीज डेंगू की चपेट में हैं. भिलाई नगर निगम इसके लिए पूरी तरह से सतर्क होने का दावा कर रहा है, किन्तु निगम वही पुरानी टेमीफास दवाई का वितरण कर रहा है. जिसे डॉक्टरों ने ड़ेंगू के थर्ड जनरेशन के मच्छरों पर निष्प्रभावी बताया था.
दरअसल गत वर्ष डेंगू से करीब 50 लोगों की मौत केवल भिलाई शहर में हो गई थी. जिसके बाद इस वर्ष भी बरसात के मौसम में डेंगू अपने पांव पसार रहा है. ड़ेंगू से बचने के लिए निगम लोगों को पंपलेट और दवाई छिड़क कर डेंगू नियंत्रण करने का प्रयास कर रहा है. भिलाई नगर निगम जहां वही पुरानी टेमीफास दवाई का वितरण और छिड़काव कर रहा है. जिसे स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के मच्छरों पर निष्प्रभावी बताया था.
वहीं इनकी खरीदी में भ्रष्टाचार की बात प्रकाश में आई थी. स्वास्थ्य विभाग घर-घर जाकर सर्वे करवा रहा है, किन्तु इसके बाद भी शहर में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. भिलाई के टाउनशिप क्षेत्र में भी बीएसपी प्रबन्धन ने दवाओं का छिड़काव आरंभ किया है, किन्तु अभी भी सात लोगों का उपचार चल रहा है, जिन्हें लगातार बुखार और चक्कर आने की शिकायत मिल रही थी.