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डायबिटीज के मरीजों को नहीं लेना पड़ेगा इंसुलिन का इंजेक्शन अगर इन पांच चीजों का करेंगे सेवन…

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भारत में हर चौथा इंसान डायबिटीज के किसी न किसी प्रकार से पीड़ित है। डायबिटीज के मरीज को समय के साथ दिल और गुर्दों की बीमारियां घेर लेती हैं। शरीर में इंसुलिन का स्तर गिरने लगता है तो शुगर के मरीजों को अलग से इंसुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है। लेकिन अगर सही खानपान और जीवनशैली पर नियंत्रण रखा जाए तो डायबिटीज जैसी गंभीर रोग के होते हुए भी इंसान स्वस्थ जीवन जी सकता है। तो आइए जानते वो कौन से खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन शुगर के मरीजों के लिए वरदान है। 

हल्दी वैसे तो हल्दी का सेवन भारतीय खानों में किया ही जाता है। लेकिन अगर किसी को टाइप टू डायबिटीज की बीमारी है तो उसे हल्दी का सेवन जरूर करना चाहिए। हल्दी में करक्यूमिन नामक सक्रिय घटक होता है जो डायबिटीज को रोकने में मदद करता है। 

मेथी आयुर्वेद के नियमों के अनुसार अगर किसी को मधुमेह की बीमारी है तो उसे रोज सुबह खाली पेट मेथी के पाउडर का सेवन गर्म पानी के साथ करना चाहिए। मेथी से शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है जिससे शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है। 

करेला बहुत सारे ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका नियमित रूप से सेवन शरीर में मधुमेह की बीमारी के असर को कम करता है। इसी में शामिल में करेला। जिसके कड़वे स्वाद में छुपा है सेहत का खजाना। डायबिटीज की तकलीफ होने पर सुबह करेले के जूस का सेवन असरकारक है। 

बेरी बेरी जैसे फलों का सेवन जो स्वाद में थोड़े खट्टे होते हैं, करने से भी शुगर नियंत्रित रहती है। खून में शुगर का स्तर सामान्य रखने और इन्सुलिन की मात्रा को सही रखने में यह मदद करता है। 

मिस्सी रोटी मधुमेह से पी़ड़ित व्यक्ति को केवल गेंहू के आटे की रोटी नहीं खानी चाहिए। इस आटे में चने का आटा मिलाकर उसकी रोटी का सेवन करने से शुगर नियंत्रित होता है क्योंकि चने के आटे में ग्लिसेमिक इंडेक्स 70 होता है और गेंहू के आटे में सौ होता है।