उत्तर प्रदेश, में जन्मे अमिताभ बच्चन के पिता, डॉ॰ हरिवंश राय बच्चन प्रसिद्ध हिन्दी कवि थे, जबकि उनकी माँ तेजी बच्चन कराची से संबंध रखती थीं। आरंभ में बच्चन का नाम इंकलाब रखा गया था जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रयोग में किए गए प्रेरित वाक्यांश इंकलाब जिंदाबाद से लिया गया था। लेकिन बाद में इनका फिर से अमिताभ नाम रख दिया गया जिसका अर्थ है, “ऐसा प्रकाश जो कभी नहीं बुझेगा”। यद्यपि इनका अंतिम नाम श्रीवास्तव था फिर भी इनके पिता ने इस उपनाम को अपने कृतियों को प्रकाशित करने वाले बच्चन नाम से उद्धृत किया। यह उनका अंतिम नाम ही है जिसके साथ उन्होंने फ़िल्मों में एवं सभी सार्वजनिक प्रयोजनों के लिए उपयोग किया।
बॉलीवुड : लखनऊ की सड़कों पर फटे-पुराने कुर्ते और पायजामे में घूमते हुए एक बूढ़े आदमी को शायद ही किसी ने नोटिस किया हो लेकिन जब लोगों को असलियत का पता चलता है तो वे हैरान हो जाते हैं और फिर उस बूढ़े आदमी की एक झलक पाने के लिए दौड़ते हैं।
कुछ ऐसा ही नजारा दिखा, जब बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन लखनऊ के भीड़-भाड़ वाले बाजार में इस हालत में नजर आए। दरअसल, बिग बी इन दिनों लखनऊ में अपनी फिल्म ‘गुलाबो-सिताबो’ की शूटिंग कर रहे हैं और यह सब फिल्म की शूटिंग का ही एक हिस्सा था। इस फिल्म में वे मिर्जा के किरदार में नजर आने वाले हैं।
इस दौरान अमिताभ बूढ़े के गेटअप में तांगे की सवारी करके इमामबाडा पहुंचते हैं। इसके बाद तांगे वाले को किराया देकर सड़क पर लगे ठेलों की तरफ चल पड़ते हैं। बाद में उनकी कई जगह से जुड़ी चप्पल टूट जाती है और फिर वे उसे सही करवाने के लिए दुकान पर जाते हैं। लेकिन इस दौरान मौजूद लोगों में से उन्हें कोई भी पहचान नहीं पाता है
बता दें कि लखनऊ में इस फिल्म की शूटिंग लगभग दो महीनों में पूरी होगी। इस दौरान लखनऊ के लोगों को अमिताभ बच्चन का और भी दीदार करने का मौका मिलेगा।
अमिताभ बच्चन के अलावा इस फिल्म में आयुष्मान खुराना भी नजर आने वाले हैं। वहीं, फिल्म का निर्देशन ‘पीकू’ और ‘विकी डोनर’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनाने वाले शूजित सरकार कर रहे हैं, जो अगले साल 24 को रिलीज होगी।