उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी के एक छोटे से गांव में रहने वाले किसान परिवार की बेटी इस वक्त बड़ी चर्चा में है। उससे कोई भी सवाल पूछने पर पल भर में जवाब मिलता है, इसीलिए गांव वाले उसे अब गूगल गुड़िया के नाम से बुलाते हैं।
जनपद के निघासन गांव में रहने वाला मनोज वर्मा खेती किसानी करके अपना और अपने परिवार की जीवनयापन करता है। उनके परिवार में पत्नी रुची वर्मा गृहणी और इकलौती बेटी आराध्या वर्मा है, जो एबलाॅन पब्लिक स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा है। बताया जाता है कि छात्रा पढ़ने में बहुत तेज है और उसे स्कूल के शिक्षक व गांव के लोग गूगल गुड़िया के नाम से पुकारते हैं। शिक्षकों का कहना है कि तीसरी कक्षा की छात्रा ने इतनी कम उम्र में जनरल नाॅलेज में महारथ हासिल कर ली है। उससे जनरल नाॅलेज का कोई भी सवाल पूछो तो वो पल भर में जवाब देती है। इंग्लिश में ऐसे बात करती है, मानों कोई विदेशी हो।
बेटी की इस काबिलियत को लेकर जब किसान पिता से बातचीत की गई तो उन्होंने पूरा श्रेय स्कूल के अध्यापकों को दिया। उनका मानना है कि अगर हीरा को तराशने वाले अच्छे गुरु मिल जाएं तो हीरा बेहतरीन आभूषण बन सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरी बिटिया की कमान बहुत अच्छे स्कूल प्रशासन के हाथ में है। ये स्कूल पढ़ाई के साथ-साथ व्यक्तित्व निखारने पर भी काफी मेहनत करता है। किसान ने कहा कि खेती किसानी को लेकर वह काफी व्यस्त रहते हैं लेकिन उनकी पत्नी एक गृहणी होने के साथ ही साथ शिक्षा को लेकर बेटी का बहुत ख्याल रखती है।
स्कूल के प्रबंधक से बच्ची के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एक छोटे से गांव के किसान की बेटी ने माता-पिता और स्कूल का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि एक यही बच्ची नहीं हमारे स्कूल का हर बच्चा हमारी शान है। आराध्या का कहना है कि अपना नाम भविष्य में गिनीज बुक में दर्ज कराना चाहती है।