पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट, भारत का मुख्य चुनाव आयोग, सीबीआई और अन्य इस तरह की संस्थाओं से अपेक्षा की जाती है कि ये संस्थाएं संविधान के तहत स्वतंत्र काम करें। मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमे सिद्धातों, ज्ञानी और दूरदर्शी नेताओं की जरूरत है। हमे जरूरत है कि राजनीतिक दल इन तमाम सिद्धातों को बचाने को लेकर प्रतिबद्ध रहे हैं। हमारी सतत एकता के लिए, सरकार को लोगों को न्याय, आजादी, समानता देनी होगी साथ ही अलग राय रखने वाले लोगों का सम्मान करना चाहिए।
संवैधानिक संस्थाओं की आजादी
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यह बयान शनिवार को लक्ष्मीपत विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि हमे संसद और संसद की कार्रवाई, सरकार के नियम और राष्ट्रपति का सम्मान करना चाहिए। देश के संघीय ढांचे के लिए काम कर रही संस्था जैसे सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया, सीबीाई, सीवीसी, इंफॉर्मेशन कमीशन और अन्य कमीशन जिसका गठन सरकार ने किया है, उन्हें संविधान के अनुसार स्वतंत्र रूप से काम करने की आजादी होनी चाहिए।
सरकार को नसीहत
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि हमे इस बात को आश्वस्त करना होगा कि सरकार ऐसा करे। बता दें कि देश के तमाम मुख्य विपक्षी दल सरकार पर सरकारी एजेंसियों के बेजा प्रयोग का आरोप लगा रहे हैं। हाल ही में जिस तरह से सीबीआई ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को गिरफ्तार किया, उसके बाद कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को ईडी ने गिरफ्तार किया, उसके बाद से ही कांग्रेस लगातार सरकार पर आरोप लगा रही है कि सरकार देश की संस्थाओं का गलत इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए कर रही है।