आपको बता दें, कि हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी के पर्व को बहुत ही खास और महत्वपूर्ण पर्व माना जाता हैं वही हर वर्ष यह अनंत चतुर्दशी का दिन गणपति के भक्तों के लिए बहुत ही खास होता हैं वही गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक पूरे दस दिन तक भक्त गणपति को अपने घरों में बैठाते हैं वही इस दौरान घरों में लगातार विधिवत पूजा पाठ किया जाता हैं
वही कई बार लोग वक्त की कमी की वजह से गणेश जी को डेढ़ दिन, चार दिन, पांच दिन या फिर सात दिन में ही विसर्जित कर देते हैं मगर गणपति विसर्जन का उपयुक्त समय स्थापना के 11वें दिन होता हैं वही ऐसे में कुछ लोग गणपति विसर्जन कर चुके हैं और कुछ करने वाले हैं वही अगर आप भी इस अनंत चतुर्दशी को भगवान श्री गणेश का विसर्जन करने जा रहे है तो पहले जान लें गणपति विसर्जन से जुड़ी कुछ खास बातें और नियम विधि।
जानिए गणपति विसर्जन का शुभ मुहूर्त—
बता दें कि अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान श्री गणेश जी का विसर्जन कर दिया जाता हैं वही इस बार अनंत चतुर्दशी 12 सितंबर दिन गुरुवार को हैं वही हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक इस दिन को बहुत ही शुभ माना जाता हैं यूं तो इस दिन कभी भी किसी भी समय गणे श जी की प्रतिमा का विसर्जन किया जा सकता हैं
मगर विद्वानों के मुताबिक इस बार सुबह 6 से 7 और दोपहर 1:30 से 3 बजे तक का समय प्रतिमा विसर्जन के लिए ठीक नहीं हैं इसके अलावा आप किसी भी समय विसर्जन कर सकते हैं।