बकावंड ब्लाक के पीठापुर पंचायत के सांवरापारा और ब्राम्हणपारा में रहने वाले 65 ग्रामीण उल्टी-दस्त का शिकार हो चुके हैं। जबकि एक ग्रामीण शंकर नाग की मौत हो चुकी है। इलाके में हैजा फैलने जैसी बाते कही जा रही है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है अफसर सिर्फ दूषित-पानी से उल्टी दस्त होने की बात कह रहे हैं। दोनों पारा में इतनी बड़ी संख्या में मरीजों के उल्टी-दस्त का शिकार होने के बाद बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पानी का सेंपल लिया तथा हर पेयजल के स्रोत में ब्लीचिंग पावडर डलवाया और ग्रामीणों को उबालकर पानी पीने के लिए कहा। चार घंटे तक गांव में रहने के बाद टीम वापस लौट आई। अचानक इतनी बड़ी संख्या में ग्रामीणों के उल्टी-दस्त का शिकार होने के बाद ग्रामीण गांव में कालरा के फैलने की आशंका जता रहे हैं।
इधर लोग मरते रहे, उधर अफसर चार्ज लेने में व्यस्त
पीठापुर में ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हो रहे थे। वहीं महामारी नियंत्रण की टीम जिला मुख्यालय में बैठ विभाग के कामकाज निपटा रही थीं। ग्रामीण जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे उसी समय नए सीएमएचओ डॉ आरके चतुर्वेदी जो कुछ दिनों पहले तक इसी ब्लाक के बीएमओ थे वे सीएमएचओ के दफ्तर में बैठ चार्ज लेने का इंतजार कर रहे थे।