तीन चार दिनों से हो रही बेमौसम बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। किसानों के लिए यह बारिश अब आफत बन गई है। गरज-चमक के साथ हो रही तेज बारिश से खेतों में खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों की फसल बुरी तरह प्रभावित हो रही है। खेतों में पानी भर गया है और पकने को तैयार फसल गिर गई है। पिछले चार-पांच दिन से रुक रुक कर बारिश होने से किसानों को चिंता बढ़ गई है। बीती रात 60 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। कार्तिक में सावन जैसी झड़ी से खेत पानी-पानी हो गए हैं। लगभग पक चुकी फसल बारिश और हवा से खेतों में गिर गई है। धान की बालियां पानी में डूब गई हैं। अपनी मेहनत की कमाई को नष्ट होते देख किसान चिंतित हैं। वहीं सामने दीपावली का त्योहार है, फसल की कटाई कर किसान उसे बेचकर त्योहार के समय खरीदारी करते हैं। ऐसे में फसल की कटाई भी नहीं कर पा रहे।
व्यापार भी प्रभावित, पटाखे दुकानों में सन्नाटा
बारिश से व्यापार भी प्रभावित है। लोग लिपाई पुताई ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। बाजारों में सन्नााटा है खासकर पटाखा व हार्डवेयर दुकान में ग्राहकी कम है। बारिश के कारण बधाों का उत्साह भी कम है मौसम साफ़ नहीं होने से वे भी दिवाली की खुशियाँ बाँट नहीं पा रहे हैं वरना पहले नजारा था की बधो एक हफ्ते पहले ही आतिशबाजी शुरू कर देते थे, लेकिन इस बार नजारा ही उल्टा है। बादल आसमानों से घिरा हुआ है रुक रुक कर हर इलाके में बारिश हो रही है। इससे लोगों में दिवाली का उत्साह भी फीका पड़ सकता है हालाँकि इधर मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि एक दो दिन में मौसम साफ़ हो सकता है जिससे सभी वर्ग को राहत मिल जाएगी।