रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस को हिटलर और मुसोलिनी से प्रेरित संगठन बताया है। गुरुवार को रायपुर स्थित कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग हिटलर और मुसोलिनी को प्ररेणा मानते हैं, उन्हीं से प्ररेणा लेकर काली टोपी और खाकी पेंट पहनते हैं, और ड्रम बजाते हैं यह भारत की वेषभूषा और वाद्ययंत्र नहीं है, लेकिन इसे ही लेकर वे चलते हैं। मुसोलिनी जिससे दुनिया भर के नेता मिलने की सोचते थे, आंख मिलाकर बात नहीं करते थे, उसने जब जवाहर लाल नेहरू से मिलने का वक्त मांगा तो नेहरू ने इंकार कर दिया। यह बातें जवाहर लाल नेहरू के जयंती के मौके पर रखे गए कार्यक्रम में सीएम ने कही।
राम मंदिर भाजपा सरकार नहीं सुप्रीम कोर्ट की देन
- मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अंग्रेज शासन काल में अंग्रेजों के बनाए कानून को तोड़कर हमारे नेताओं ने जेल जाना पसंद किया कभी अपना अपराध अस्विकार नहीं किया। गांधी जी कहते थे कि मैंने अपराध किया आपके कानून यदि और कठोर सजा हो तो दीजिए। लेकिन बाबरी मस्जिद गिराने के बाद भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि मैनें नहीं मसजिद नहीं गिराई, इनमें सच कहने का साहस नहीं।
- कांग्रेस ने शुरु से कहा कि राम मंदिर पर जो भी न्यायालय का फैसला होगा हमें मंजूर होगा। और राम मंदिर पर फैसला भारतीय जनता पार्टी ने नहीं किया सुप्रीम कोर्ट ने किया, यह तो केवल रोटी सेकने का काम करते थे भाजपा अपने स्वार्थ के लिए देश में आग लगाने का काम करती है। हमारे कांग्रेस के नेता देश के सर्वस्व बलिदान कर गए हम उन्हीं के वंशज हैं।