छत्तीसगढ़ सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) से दो हजार करोड़ स्र्पये का कर्ज फिर लिया है। सरकार इस राशि को आठ वर्ष में लौटाएगी, वह भी 7.18 फीसद ब्याज के साथ। बीते डेढ़- दो वर्ष के दौरान यह पहला मौका है जब राज्य सरकार ने एक मुश्त दो हजार करोड़ का कर्ज लिया है। इससे पहले एक बार में अधिकतम एक हजार करोड़ कर्ज ही लिया गया है। वित्त विभाग के अफसरों के अनुसार इस राशि का उपयोग अधोसंरचना और अन्य विकास कार्यों में किया जाएगा। बीते 11 महीने में राज्य पर कर्ज का भार बढ़कर 13,343 करोड़ स्र्पये से अधिक हो गया है।
चालू वित्तीय वर्ष में तीसरी बार लिया कर्ज
राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में तीसरी बार कर्ज लिया है। इससे पहले अगस्त और सितंबर में एक- एक हजार करोड़ स्र्पये का कर्ज लिया था। इससे चालू वित्तीय वर्ष में आरबीआई के माध्यम से लिया गया कर्ज चार हजार करोड़ हो गया है, जबकि कुल कर्ज चार हजार दो सौ 22 करोड़ स्र्पये हो गया है।
एक वर्ष में आरबीआई से 12 हजार करोड़
बीते दिसंबर से अब तक राज्य सरकार ने आरबीआई के माध्यम से 12 हजार 400 करोड़ का कर्ज लिया है। वहीं राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक से 669.84 करोड़ और एशियन डेवलमेंट बैंक से 273.82 करोड़ स्र्पये समेत कुल 13 हजार 343 करोड़ स्र्पये का कर्ज ले चुकी है।
सप्ताहभर पहले पास हुआ अनुपूरक बजट
विधानसभा में करीब सप्ताहभर पहले ही 4546 करोड़ स्र्पये का अनुपूरक बजट पास किया है। इसमें सड़क, भवन निर्माण से लेकर राज्य सरकार के लिए नया विमान और हेलीकॉप्टर का इंजन बदलने आदि के लिए राशि का प्रावान किया गया है।
दिसंबर 2018 से अब तक कर्ज की स्थिति
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया- 12400 करोड़
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक- 669.84 करोड़
एशियन डेवलमेंट बैंक- 273.82 करोड़