तेलंगाना में हैदराबाद-बेंगुरुरू हाईवे पर पशु चिकित्सक से सामूहिक बलात्कार और फिर पेट्रोल डालकर उसके जिंदा जला देने की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है। लोगों दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद से लेकर मुंबई तक जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं और बलात्कारियों को सरेआम फांसी पर लटकाने की मांग कर रहें। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस मामले में देश के कानून को और ज्यादा सख्त बनाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या भारत का कानून कठोर नहीं है? दुनिया के कौन से ऐसे देश हैंजहां बलात्कारियों के सबसे सख्त सजा मिलती है।
यहां के शरिया कानून से बलात्कारी खौफ खाते हैं। संयुक्त अरब अमीरात में शरिया कानून के अनुसार बलात्कार के दोषी को 80 से 1000 तक कोड़े मारने की सजा है। गलती किसी को बलात्कार और हत्या के मामले में पाया गया तो उसे सरेआम सिर कलम दिया जाता है या जनता के सामने कोड़े मार-मारकर उसकी जान ले ली जाती है। कहा जाता है कि यहां 7 दिन में बलात्कार के दोषी को मौत के घाट उतार दिया जाता है।
यहां महिलाओं से बलात्कार की बेहद सख्स सजा का प्रावधान है क्योंकि यहां भी शरिया कानून लागू है। सऊदी अरब में बलात्कार के दोषी का गुप्तांग काट दिया जाता है और फिर पब्लिक के सामने सिर कलम दिया जाता है या फांसी पर लटका दिया जाता है।
इंडोनेशिया में बलात्कार करने वाले का प्राइवेट पार्ट काटने के बाद उसे नामर्द बना दिया जाता है। इसके लिए अपराधी के शरीर में इंजेक्शन से महिलाओं के हार्मोन्स डाले जाते हैं।
चीन में बलात्कार के दोषी का डीएनए मैच कराया जाता है और यदि डीएनए मैच कर गया तो उसके सिर पर गोली मार दी जाती है। यहां भी बलात्कारी को सजा देने में ज्यादा समय नहीं लगता।
चूंकि नॉर्थ कोरिया में तानाशाही शासन है ऐसे में किसी भी अपराध की सजा जल्द से जल्द मिलती है। यहां भी बलात्कार के दोषी को सीधे गोली मार दी जाती है।
खबर है कि पोलैंड में बलात्कार के दोषी को सुअरों के सामने बांधकर फेंक दिया जाता था। सुंअर उसके मांस को नोच चोकर खाते थे। लेकिन अब यहां कानून में बदलाव करने के बाद बलात्कारी को नापुंसक बनाने की सजा दी जाती है।
इराक भी बलात्कार की सजा मौत है। ईराक में बलात्कारी को पब्लिक में ले जाया जाता है। यहां पब्लिक उसे तब तक पत्थर मारती है जब तक कि आरोपी शख्स की मौत न हो जाए। अफगानिस्तान में बलात्कारियों को फांसी देने का कानून है।
2012 के निर्भयाकांड के बाद देश के कानून में बदलाव किया गया और बच्चियों से बलात्कार करने वाले को दुनिया के कठोरतम कानून का रूप दिया गया। यहां भी बलात्कार और हत्या में मौत की सजा का प्रावधान है। लेकिन कमी इस बात है कि यहां केस इतना लंबा खिंचता है कि मौत की सजा पाने वाली दोषी भी सालों साल जेल में गुजार लेते हैं। कई मामलों में तो छह महीने में ट्रायल तक पूरा नहीं होता। यही कारण है लोग यहां कानून से ज्यादा खौफ नहीं खाते। निर्भयाकांड के 7 साल गुजर चुके लेकिन दोषियों को अभी तक फांसी पर नहीं लटकाया जा सका।