Home छत्तीसगढ़ 15 दिन देर से शुरू हुई धान की खरीदी, डेढ़ महीने बाद...

15 दिन देर से शुरू हुई धान की खरीदी, डेढ़ महीने बाद का मिल रहा टोकन…




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

छत्तीसगढ़ में इस वर्ष अन्य वर्षों से 15 दिन देर से एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हुई। पहले ही दिन से अन्नदाता सुबह से ही खरीदी केंद्रों में पहुंच रहे हैं। किसानों को धान बेचने के लिए टोकन लगभग डेढ़ महीने बाद का मिल रहा है। फसल काट चुके किसानों के लिए खेत और खलिहान में धान की रखवाली सबसे बड़ी चिंता है। रायपुर जिले में 126 खरीदी केंद्रों में शुक्रवार तक 58 हजार मीट्रिक टन (पांच लाख 80 हजार 322 क्विंटल धान) धान खरीदा जा चुका है, लेकिन अब तक इन केंद्रों से धान का उठाव नहीं हुआ है। स्टॉक जमा होने से कई केंद्रों में खरीदी के लिए जगह की कमी की समस्या हो रही है।

जीपीएस पर मिलर्स सहमत नहीं

खरीदी केंद्रों से धान का उठाव राइस मिलर्स के माध्यम से होता है। खरीदी को सात दिन गुजर गए, लेकिन अभी तक किसी भी खरीदी केंद्र से उठाव शुरू नहीं हुआ है। दरअसल शासन ने धान का उठाव करने वाले ट्रकों में जीपीएस लगाने का निर्देश दिया है, लेकिन मिलर्स इसका विरोध कर रहे हैं। इस कारण उठाव में देरी हो रही है। जिला विपणन अधिकारी हरीश शर्मा ने बताया कि शासन के निर्देश के मुताबिक सभी वाहनों को जीपीएस से जोड़ना होगा। इसके बगैर डिलीवरी ऑर्डर (डीओ), ट्रांसपोर्ट ऑर्डर (टीओ) जारी नहीं होगा। शनिवार को इस संबंध में जिला विपणन अधिकारी के साथ मिलर्स की बैठक भी हुई, लेकिन नतीजा सामने नहीं आया।

खरीदी में देरी से किसानों को सता रही कर्ज की चिंता

खरीदी में देरी से किसानों को कर्ज की चिंता सता रही है। किसानों को धान की कटाई, ढुलाई, मिसाई का भुगतान करना है। कटाई के तुरंत बाद ओनहारी फसल की बोवाई शुरू हो गई है। ऐसे में वे ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, मजदूरों के भुगतान के साथ साहूकारों के कर्ज के भुगतान को लेकर चिंतित हैं। ग्राम झीट के किसान चिंतामणि साहू ने बताया कि उन्होंने एचएमटी, सरना धान की फसल लगभग दस एकड़ में ली। फसल की कटाई मिसाई हो गई है, लेकिन बिक्री के लिए टोकन 10 जनवरी का मिला है। वे साहूकार से लिए कर्ज और मजदूरों के भुगतान को लेकर चिंतित हैं।

खुले में पड़े धान पर मवेशी का डर

झीट धान खरीदी केंद्र में टोकन लेने पहुंचे किसान कमलेश वर्मा ने बताया कि उन्हें टोकन 4 जनवरी का मिला है। मिसाई के बाद धान खुले में पड़ा है। इससे धान में नमी आ सकती है, वहीं पशुओं का भी डर बना हुआ है। केंद्र में धान का स्टॉक जमा होने से खरीदी धीमी हो गई है।

फैक्ट फाइल

– जिले में कुल खरीदी केंद्र- 126

– धान की कुल खरीदी- 5,80,322.40 क्विंटल

– समिति केंद्रों से टोकन वितरण- 15 जनवरी तक

– धान उठाव के लिए बाकी -5,80,322.40 क्विंटल

धान खरीदी की स्थिति

– सरना 3,39,328 क्विंटल

– मोटा 31,618.00 क्विंटल

– महामाया 1,32,484 क्विंटल

– पतला 76,891.0 क्विंटल