सामाजिक कार्यकर्ता, चिंतक और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघु ठाकुर ने आज अपने फेसबुक वॉल पर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल की सुरक्षा को लेकर एक पोस्ट किया है। फेसबुक पर उनके द्वारा डाला गया यह पोस्ट काफी चर्चा में है।
वीआईपी सुरक्षा बंदोबस्त के उटपटांग तरीकों के कारण आम लोगों को होने वाली परेशानी पर केन्द्रित उस पोस्ट पर बहुत लोगों ने प्रतिक्रियाएं भी व्यक्त की है।
”आज रायपुर स्टेशन पर सूबे की राज्यपाल की यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था देखकर ब्रिटिश काल के गवर्नर जनरल की यादें ताजा हो गई। राज्यपाल महोदया मप्र की निवासी हैं और उनकी कांग्रेस से लेकर भाजपा तक की राजनीतिक यात्रा को हम लोग देखते रहे हैं। सम्भवतः उन्हें राजधानी एक्सप्रेस से1नम्बर प्लेटफार्म से जाना था। गाड़ी 1 घण्टे लेट थी परन्तु प्लेटफार्म नंबर एक लगभग पूरा केवल कोने का जीना छोड़कर बंदुकधारी पुलिस एक घण्टे पहले से घेरे हए थी। मुख्य दरवाजे से आना जाना भी बन्धित था। जिन्हें 1 नम्बर प्लेटफार्म से गाड़ीपकड़ना थी उन्हें पुलिस बाहर से ही रोककर दूसरी ओर से जाने को कह रही थी।सामान उठाए लोग गाड़ियों को पकड़ने के लिए गिरते पड़ते भाग रहे थेोक्या यह लोकतंत्र है या राजतन्त्र राज्यपाल मनोनीत संवेधानिक पद है जिससे किसी का कोई विरोध नहीं होता। राज्यपाल को कोई खतरा नहीं होता। पर पद के नामपर पुलिस का दुरुपयोग घोर निंदनीय है। आज के अखबारों के अनुसार कल रायपुर शहर में बच्चियों के साथ गम्भीर अपराध की घटनाएं छपी हैं परन्तु हमारी महान पुलिस को इन अपराधों को रोकने के लिए समय नहीं है। में नहीं जानता हूँ कि बहिन अनुसूईया उइके राज्यपाल जी को उनकी सुरक्षा के नाम पर इस पुलिस आतंक की जानकारी है या नहीं। पर हम प्रयास करेंगे की उन्हें सूचना हो और वे स्वतः इस पर रोक की पहल करें। पद तो माया है आते जाते रहते हैं। देश व जनता यहीं रहेगी।’