चिकन (गैलस गैलस डोमेस्टिकस) एक प्रकार का पालतू जानवर है, जो लाल जंगलफ्लोव (गैलस गैलस) की उप-प्रजाति है। वे 2011 के रूप में 19 बिलियन से अधिक की कुल आबादी के साथ सबसे आम और व्यापक घरेलू जानवरों में से एक हैं। दुनिया में किसी भी अन्य पक्षी या घरेलू फाउल की तुलना में अधिक मुर्गियां हैं। मनुष्य मुख्य रूप से भोजन के स्रोत के रूप में मुर्गियों (उनके मांस और अंडे दोनों का सेवन) और, आमतौर पर पालतू जानवरों के रूप में रखते हैं।
आजकल तो सभी लोग बॉयलर चिकन खा रहे है पर वे यह नहीं जानते है कि इसे खाने से क्या होता है, तो आइए जानते इसके बारे में।
1) बॉयलर चिकन खाने से फूड पॉइजनिंग होने का खतरा बढ़ जाता है। एक शोध के अनुसार इसमे 3 % इकोली बैक्टीरिया होते है। सक्रंमण मानव शरीर के कई बीमारियों के कारण बन सकता है।
2) बॉयलर मुर्गियों के कच्चे मांस में कई कीटाणु और बैक्टीरिया होते है। इन मुर्गियों को बड़ी संख्या में एक बंद जगह पर रखा जाता है और उसे उठाकर काटा जाता है। इन सभी प्रक्रियाओं के दौरान विभिन्न संक्रमणों के उच्च जोखिम में रहता है। जब वे बड़ी संख्या में कट जाते है और मांस धोया जाता है तब भी रोगाणु संभव है। आप मांस पर इस संक्रमण के प्रभावों को भी महसूस कर सकते है।
3) बड़ी संख्या में पशुओं में काटे जाने पर कुछ अन्य पक्षियों को मुर्गियों के साथ काट दिया जाता है। उस समय उन पंछियों में बैक्टीरिया मुर्गियों के शरीर को संक्रमित कर सकते हैं।