पिछले कुछ दिनों से बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं और वजह उनकी आने वाली फिल्म छपाक से ज्यादा उनका JNU में जाना है। वे जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ छात्रों से मिलने गई थीं। लोगों में गुस्सा है कि उन्हें दोनों पक्षों के छात्रों से मिलना चाहिए था लेकिन वे सिर्फ उनसे मिलीं जो कुछ भड़काऊ नारे लगा रहे थे। अब उनके जेएनयू जाने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी भड़ती नजर आ रही हैं। दीपिका के जेएनयू जाने पर स्मृति ईरानी ने दिया बयान, उन्होंने बताया कि दीपिका का जेएनयू जाना कितना सही था और कितना गलत?
दीपिका के जेएनयू जाने पर स्मृति ईरानी ने दिया बयान
एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने पर जहां हर किसी का अलग-अलग बयान आया वहीं केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी भी भड़की हैं। उन्होंने कहा कि दीपिका ने अपना राजनीति झुकाव साल 2011 में साफ किया था। केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि अगर सीआरपीएफ जवानों के मरने पर खुशियां मनाने वालों को उन्होंने चुना तो ये उनका अधिकार है। अगर वे उन लोगों के साथ खड़ी होना चाहती हैं जो एक महिला से असमत होने पर उसके प्राइवेट पार्ट पर लात मारते हैं तो ऐसा करना दीपिका का अधिकार है। जैसा कि आप जानते हैं कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में होने वाली हिंसा के खिलाफ वाम छात्रों ने कैंपस में प्रदर्शन किया और इसमें एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण भी शामिल पाया गया।
वे घायल छात्रों के साथ प्रदर्शन स्थल पर खड़ी नजर आईं, हालांकि उस दौरान उन्होंने कोई संबोधन नहीं दिया और इस मौके पर प्रदर्शन स्थल पर सीपीआई नेता कन्हैया कुमार भी कैंपस में मोजूद रहे। दीपिका पादुकोण के करीबियों से मिली जानकारियों के मुताबिक दीपिका शाम साढ़े सात बजे कैंपस पहुंची थी और वे उस प्रदर्शन में शामिल भी हुईं। वहां से वापस आने पर उन्होंने वाम छात्र संगठनों के सदस्यों से बातचीत भी की थी। दीपिका का जेएनयू में जाना बीजेपी नेताओं और उनके समर्थकों को पसंद नहीं आया।
असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने जेएनयू में दीपिका के दौरे को लेकर उनकी आलोचना की। उन्होने कहा कि फिल्मी सितारे अशांत जगहों पर जाकर विवाद खड़ा करने की कोशिश करते हैं और अपनी फिल्म की रिलीज से पहले फ्री की पब्लिसिटी बटोरते हैं। सरमा के साथ दूसरे बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि दीपिका की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म के प्रचार में वे जेएनयू गई थीं। सरमा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि दीपिका ने जेएनयू का दौरा बिना पैसे के चर्चा में आने के लिए किया है।
फिल्मी सितारे अशांत जगहों पर जाकर फिल्म रिलीज से पहले विवाद पैदा करने की आदत के लिए मशहूर हैं। वे फिल्म की रिलीज से पहले इस तरह का प्रचार करते हैं।’
वहीं दूसरी ओर बॉलीवुड से भी इस मामले पर अलग-अलग बयान आ रहे हैं। इसमें वरुण धवन का नाम भी शामिल है।
एक प्रतिष्ठित न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान वरुण ने कहा कि हिंसा को सभी ने गलत ठहराया है। इससे किसी का कोई फायदा नहीं होगा। इसके अलावा दीपिका के जेएनयू में हिंसा के बाद पहुंचने पर उनकी फिल्म बायकॉट करने की बात को लेकर वरुण ने कहा कि ये लोगों को डराने की कोशिश है। वरुण ने कहा, ‘पब्लिक प्रोफेशन होने के कारण से हम लोगों पर हमला बोलना आसान होता है। लोग इसलिए इसके खिलाफ नहीं बोल रहे हैं क्योंकि वो अपने बिजनेस को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं।’ आपको बता दें कि दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। ये फिल्म एसिड अटैक सरवाइवर लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन और उनके संघर्षों पर आधारित है।