अगर आप भी हर दफ्तर में हर ईमेल के बाद ‘थैंक यू ईमेल’ भेजते हैं तो अब आपको ये बंद कर देना चाहिए. क्योंकि आपका ये ‘थैंक यू ईमेल’ धरती के लिए बहुत नुकसान दायक है. आपका हर छोटा ईमेल धरती को विनाश की तरफ एक कदम और नजदीक ले जा रहा है. आपके इनबाक्स में हजारों ऐसे ईमेल दिख जाएंगे जिन्हें आप खोल कर भी नहीं देखते या सिर्फ नोटिफिकेशन में ही देख लेते हैं कि वो आपके काम का है या नहीं. शिष्टाचार के तौर पर कई बार ईमेल पर सिर्फ ‘थैंक यू’ या ‘वेलकम’ का ईमेल करना आम बात है.
इस तरह के ईमेल करते हुए आपने सोचा भी नही होगा की आपका ये ईमेल पृथ्वी को विनाश की तरफ ले जा रहा है. इस एक ईमेल से शायद आपकी जीवन में कोई असर न पड़े लेकिन पृथ्वी पर इसका गहरा असर पढ़ता है. आपके हर ईमेल से कार्बन उत्सर्जन होता है जो पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाता है.
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ब्रिटेन की एक एनर्जी कंपनी के रिसर्च का दावा है कि ब्रिटेन में हर दिन करीब 6 करोड़ 40 लाख ऐसे ईमेल किए जाते हैं जिनकी जरुरत नही होती. इनमें सबसे आम होते हैं थैंक यू ईमेल. इन ईमेल की वजह से हर साल 16,433 टन कार्बन रिलीज होता है. आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि साल भर में मुंबई से दिल्ली की 81,152 फ्लाइट से जितना कार्बन रिलीज होता है, 3,334 डीजल गाडियों से जितना कार्बन वातावरण में जाता है. उतना सिर्फ ब्रिटेन में साल भर के अनावश्यक ईमेल से होता है.
आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले ईमेल जो ब्रिटेन में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होते हैं.
Thank you
Thanks
Have a good weekend
Received
Appreciated
Have a good evening
Did you get/see this?
Cheers
You too
Lol
आप भी दिन भर इस तरह के इमेल करते होगें, या आपके पास इस तरह के ईमेल आते होगें लेकिन सवाल ये है कि क्या वाकई इस तरह के ईमेल की जरुरत नहीं है? या अगर कोई आपको ईमेल पर इस तरह के मैसेज न करे तो क्या आपके काम में फर्क पड़ेगा या आपको बुरा लगेगा. कई लोगों का मानना है कि इस तरह के छोटे-छोटे ईमेल करने से उनके बॉस, क्लाइंट खुश होते हैं.
लेकिन क्या ये ईमेल पर्यावरण से ज्यादा जरुरी है? इस सवाल का जवाब भी इसी रिपोर्ट में है. 71% लोगों का कहना है कि उन्हें ‘THANK YOU’ ईमेल न मिलने से कोई परेशानी नहीं है वहीं 87% लोग मानते हैं कि उन्हे खुशी होगी अगर इस तरह से ईमेल ट्रैफिक कम करके वो पर्यावरण को बचा सकेंगे.
ये स्टडी सिर्फ ब्रिटेन में की गई है जिसकी जनसंख्या सिर्फ 6-7 करोड़ है. जिसमें से 4.51 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं और सिर्फ ब्रिटेन में अगर इन गैरजरूरी ईमेल से हर साल 16,433 टन कार्बन उत्सर्जन होता है, तो जरा सोचिए दुनिया भर में जहां 340 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं कितना कार्बन हवा में रिलीज कर रहे हैं.
दुनिया भर में अभी ये आंकड़ा तो नही आया है लेकिन ब्रिटेन का ये आकड़ा हमें सचेत करने के लिए काफी है. और ये बताने के लिए काफी है कि ये छोटे-छोटे ईमेल पृथ्वी पर बड़ा बोझ बनते जा रहे हैं. तो आगे से ‘THINK BEFORE YOU THANK’