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क्या चीन के आए लव लेटर या पार्सल से हो जाएगा कोरोना वायरस?




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कोरोना वायरस को लेकर दुनियाभर में और खासकर इंटरनेट पर इतने तरह की जानकारियां फैल रही हैं कि लोग चीन से आई हर चीज को हाथ लगाने से डर रहे हैं. भारत में चीन से आने वाले सामान की आपूर्ति रुकी हुई है. लोग भारत में काम करने वाले या काम से भारत आने वाले चीनियों को होटल का कमरा या घर देने से मना करने लगे हैं.

इसी बीच ये खबर भी फैली है कि वैलेंटाइन के मौके पर चीन से अगर कोई लवलेटर या पार्सल आपके नाम आया हो तो उसको बिल्कुल नहीं छुएं और ना ही उसको खोलें अन्यथा उससे चिपका हुआ कोरोना वायरस तुरंत आपको अपना शिकार बना लेगा.

इस तरह की ना जाने कितनी ही बातें इंटरनेट पर फैली हुई हैं. भारत में चीन से रोज हजारों की संख्या में पत्र और पार्सल आते हैं. क्या वाकई ऐसा है कि वैलेंटाइन डे पर अगर चीन से कोई लेटर या पार्सल आपके पास आता है तो इसको खोलने से आप कोरोना वायरस के शिकार बन सकते हैं.

जर्मनी की वेबसाइट डैश वैले ने इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं कि किन बातों से कोरोना वायरस फैलता है और किनसे नहीं. इसको लेकर वैज्ञानिक जानकारियां जुटा रहे हैं. 

तो इस बात से डरें या नहीं डरें
अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के मुताबिक कोरोना वायरस का अस्तित्व सतह पर खत्म हो जाता है. जिसके कारण चीन से आने वाले उत्पादों या पैकेट से वायरस के फैलने का जोखिम बहुत कम है. तो अगली बार डिलीवरी बॉय आपके घर चीन से मंगाया आपका सामान लेकर आए तो आपको डरने की जरूरत नहीं है.

क्या लहसुन खाने से बच सकते हैं?
ये बातें खूब जोर-शोर से सोशल मीडिया पर फैल रही हैं कि लहसुन में कुछ रोगाणुरोधी गुण होते हैं, लिहाजा इसको खाना कोरोना से बचा सकता है लेकिन डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए लहसुन लाभकारी नहीं है.

क्या नाक में ब्लीच लगाने से बचा जा सकता है?
ये बात भी फैली हुई है कि ब्लीच या क्लोरीन जैसे कीटाणुनाशक सॉल्वैंट्स जिसमें 75 प्रतिशत इथेनॉल, पैरासिटिक एसिड और क्लोरोफॉर्म होता है, असल में कोरोना वायरस को सतह पर खत्म कर सकते हैं. लेकिन तथ्य ये है कि ऐसे कीटनाशकों को त्वचा पर लगाने से कोई फायदा नहीं होता बल्कि शरीर के लिए ऐसे रसायन खतरनाक और जानलेवा ही हो सकते हैं.

क्या पालतू जानवरों से बीमारी का खतरा है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक घर के पालतू जानवरों जैसे बिल्ली या कुत्तों से कोरोना वायरस नहीं फैलता. जानवरों से फैलने वाले दूसरे बैक्टीरिया से बचने के लिए पालतू जानवरों को हाथ लगाने के बाद हाथ धोना अपने आप में अच्छी आदत है. वैसे शोधकर्ता कह चुके हैं कि चीन के वुहान शहर में किसी जंगली जानवर से कोरोना वायरस दुनिया भर में फैला.

क्या निमोनिया की दवा से कोरोना वायरस का इलाज हो सकता है?
शुरू में जब ये वायरस चीन में फैला तो लोगों को ये निमोनिया से मिलता-जुलता लगा लेकिन बाद में ये जाहिर हो गया कि ये वायरस नया और अलग है. इस वायरस की अपनी वैक्सीन बनाई जा रही है. निमोनिया की वैक्सीन कोरोना वायरस का उपचार नहीं है. इस समय विश्व में कई देशों के वैज्ञानिक कोरोना वायरस या 2019 – एनकोव से लड़ने वाली वैक्सीन बनाने में जुटे हैं.

क्या खारे पानी से नाक रगड़ने से बचा जा सकता है?
सोशल मीडिया पर इस तरह की भी पोस्ट वायरल हो रही हैं कि खारे पानी से नाक रगड़ने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जो ऐसा करने से वायरस से बचा जा सकता है.

क्या माउथवॉश का गरारा फायदेमंद हो सकता है ?
माउथवॉश के गरारे से कोरोना वायरस से नहीं बचा जा सकता है. कुछ कंपनियों के माउथवॉश कुछ मिनटों के लिए आपकी लार में रहने वाले विशेष रोगाणुओं को खत्म कर सकते हैं, लेकिन डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यह आपको कोरोना वायरस से नहीं बचाता.

कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं?
कोरोना वायरस एक संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर बूंदों के माध्यम से फैलता है. खुद किसी व्यक्ति में लक्षण दिखाई देने से पहले ही वह संक्रमित व्यक्ति दूसरे को संक्रमित कर सकता है.