छत्तीसगढ़ में इस बार कैबिनेट की बैठक अलग अंदाज में होगी. प्रदेश के इतिहास में पहली बार पानी के बीच मंत्रिमंडल की बैठक होने जा रही है. बजट सत्र से ठीक पहले 23 फरवरी को होने वाली भूपेश बघेल कैबिनेट की बैठक राजधानी से बाहर पानी के बीच क्रूज़ पर होगी. छत्तीसगढ़ में मार्डन टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सीएम भूपेश बघेल ने ये फैसला लिया है. कैबिनेट की ये क्रूज़ बैठक कोरबा के सतरेंगा जलाशय में पानी के बीच क्रूज पर आयोजित की जाएगी.
पर्यटक स्थल कोरबा (Korba) के सतरेंगा में बैठक की तैयारियां शुरू हो गयी है. बताया जा रहा है कि सरकार में राजस्व मंत्री और कोरबा के विधायक जयसिंह अग्रवाल को बैठक की जिम्मेदारी दी गयी है. इससे पहले, इस जगह का मुआयना मुख्य सचिव आरपी मंडल और छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के सचिव पी अंबगलन भी सतरेंगा का दौरा कर चुके हैं. दरअसल सरकार की मंशा बांगो डैम के डूबान क्षेत्र बुका और सतरेंगा को देश के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में डेवलप करने की है. इसलिए इस जगह का चयन विशेष रूप से किया गया.
सीएम ने बताई ये वजह
कैबिनेट की बैठक इस अंदाज़ में करने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि छत्तीसगढ़ में केवल नक्सलवाद ही नहीं है, बल्कि यहां देखने के लिए बहुत कुछ है. सीएम बघेल ने कहा, “दुनिया भर से जो पर्यटक आते हैं उनमें से कोई आगरा जाता है तो कोई राजस्थान और हरियाणा, लेकिन छत्तीसगढ़ में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ही ये फैसला लिया गया है.” सीएम का कहना है कि छत्तीसगढ़ में ही कई लोगों ने अभी तक सतरेंगा जलाशय को नहीं देखा है, ऐसे में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कैबिनेट की बैठक की जा रही है.