रूस के युवक सिरगी नोविका और यूक्रेन की युवती एलोना ब्रामोका ने सनातन धर्म के तहत हिंदू रीति रिवाजों के साथ शादी की। दूल्हा बैंड बाजे के साथ बरात लेकर आया। दुल्हन पक्ष की ओर से हिंदू रीति रिवाज से वेद सजाई गई थी। कन्यादान और सात फेरे हुए।
रूस और यूक्रेन में भले ही 24 फरवरी से लेकर अब तक युद्ध चल रहा है, लेकिन इस बीच हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में दोनों देशों के युवक-युवती ने शादी के बंधन में बंधकर इस दुश्मनी को खत्म करने का संदेश देने का प्रयास किया है। रूस के युवक सिरगी नोविका और यूक्रेन की युवती एलोना ब्रामोका ने सनातन धर्म के तहत हिंदू रीति रिवाजों के साथ शादी की। दूल्हा बैंड बाजे के साथ बरात लेकर आया। दुल्हन पक्ष की ओर से हिंदू रीति रिवाज से वेद सजाई गई थी। कन्यादान और सात फेरे हुए। वहीं, शादी के बाद कांगड़ा धाम का भी आयोजन किया गया।
मूल रूप से रूस के रहने वाला इजराइली नागरिकता प्राप्त युवक दूल्हा बनकर मंगलवार को बरात लेकर आया और यूक्रेन की युवती के साथ खनियारा के खड़ौता स्थित नारायण मंदिर दिव्य आश्रम में सात जन्मों के पवित्र बंधन में बंध गया। आश्रम में पंडित संदीप शर्मा की मौजूदगी में स्थानीय निवासी विनोद शर्मा व उनके परिवार ने कन्यादान कर सभी वैवाहिक रस्मों को पूरा किया। पंडित रमन शर्मा ने मंत्रोच्चारण के साथ विवाह की सभी रस्में व रीति रिवाज करवाए। दोनों मौजूदा समय में पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज के धर्मकोट में रहते हैं। पिछले दिनों ही युद्ध के दौरान ही दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों देशों के माहौल को देखते हुए धर्मशाला में शादी करने का निर्णय लिया। वहीं, दूल्हा-दुल्हन ने भारतीय शादी में होने वाली रस्मों को सबसे बेहतरीन बताया।